Convention center News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि) इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर की तर्ज पर कटारे फार्म पर प्रस्तावित किए गए 42 करोड़ रुपए लागत वाला कन्वेंशन सेंटर अब आचार संहिता में उलझकर रह जाएगा। इस कन्वेंशन सेंटर के लिए किए गए पहले टेंडर में सिर्फ एक ही कंपनी ने भाग लिया। सिंगल आफर होने के कारण इसे निरस्त कर दिया गया है और 15 दिन की अवधि का दूसरा टेंडर जारी किया गया है। यह नौ अक्टूबर तक खुलेगा, लेकिन उससे पहले ही आचार संहिता लगने की पूरी संभावना है। आचार संहिता लगने की स्थिति में न तो टेंडर का मूल्यांकन हो सकेगा और न ही कार्यादेश जारी हो पाएगा। ऐसे में चुनाव के बाद ही कन्वेंशन सेंटर के निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी।
आलीशान कन्वेंशन सेंटर के निर्माण के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने ऐसी शर्तें तैयार की हैं, जिसमें सिर्फ वही कंपनियां शामिल हो सकेंगी जो इस तरह के सेंटरों के निर्माण की विशेषज्ञ हों। सिविल वर्क के अलावा कंपनी को साउंड सिस्टम, फर्नीचर और साउंड प्रूफिंग का भी अनुभव होना चाहिए, इसके चलते पहली बार की गई टेंडर प्रक्रिया में सिर्फ दिल्ली की एक फर्म शामिल हो पाई। मजबूरन अधिकारियों को यह प्रक्रिया कैंसिल करनी पड़ी। गत 21 सितंबर को दोबारा से 15 दिन की टेंडर प्रक्रिया की गई है, लेकिन आचार संहिता लगने से पहले मूल्यांकन और कार्यादेश जारी होने की प्रक्रिया किसी भी स्थिति में पूरी नहीं हो पाएगी। ऐसे में निर्माण अब चुनाव के बाद ही शुरू हो पाएगा। इस कन्वेंशन सेंटर को भिंड रोड स्थित कटारे फार्म की जमीन पर तैयार कराया जाना है।
वहीं शहर के तीन प्रमुख चौराहों अचलेश्वर, इंदरगंज और फूलबाग के सुंदरीकरण का टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के लिए भी निगम के अधिकारियों को तेजी से प्रक्रिया करनी होगी। ये टेंडर आगामी 29 सितंबर को खोले जाएंगे, हालांकि तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन की प्रक्रिया में लगभग 10 से 15 दिनों का समय लगता है, लेकिन अधिकारी तेजी से प्रक्रिया कराकर आचार संहिता लगने से पहले कार्यादेश जारी कर सकते हैं, ताकि इन तीनों चौराहों का सुंदरीकरण शुरू कराया जा सके। इन चौराहों का सुंदरीकरण 2.79 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है।