
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के खुद के शहर ग्वालियर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की बदहाली ने आमजन को बेहद परेशान कर रखा है। शहर में बार-बार की बिजली कटौती, फाल्ट, और ट्रिपिंग की समस्या से लोग दिन-रात परेशान हैं।
बिजली वितरण कंपनी द्वारा शहर के 9 सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाए जाने के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं। रोजाना टोल फ्री नंबर 1912 पर 35 से 40 शिकायतें दर्ज हो रही हैं, जो बिजली आपूर्ति में तकनीकी गड़बड़ियों और सिस्टम की खामियों को उजागर करती हैं।
बिजली कंपनी मेंटेनेंस और निर्माण कार्यों का हवाला देकर हर रोज कई फीडर क्षेत्रों में 4 से 5 घंटे तक बिजली काट रही है। यह सिलसिला बीते एक साल से लगातार जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि शिकायत आने पर समस्या के प्रकार के अनुसार कार्रवाई की जाती है। यदि केबल जल जाती है तो सुधार में अधिक समय लगता है, वहीं साधारण फाल्ट एक घंटे में ठीक कर दिए जाते हैं।
बीते दिन सिकंदर कंपू क्षेत्र की साईं बिहार कॉलोनी में बिजली सप्लाई अचानक बंद हो गई। ढाई घंटे तक बिजली न रहने के कारण रहवासियों को गर्मी और उमस से जूझना पड़ा।
लोगों ने शिकायत दर्ज कराई और सोशल मीडिया पर भी नाराजगी जाहिर की, तब जाकर बिजली बहाल की गई। लोगों का कहना है कि बार-बार बिजली जाने से न केवल घरेलू कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि ऑफिस वर्क और पढ़ाई भी ठप हो जाती है।
शहर के नगर संभाग पूर्व और उत्तर के 6 फीडर क्षेत्रों में आज भी तीन से चार घंटे की बिजली कटौती तय है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि बिजली आपूर्ति में पहले से काफी सुधार हुआ है। ट्रिपिंग और फाल्ट की घटनाएं घटी हैं। केवल जरूरत के अनुसार मेंटेनेंस के लिए कटौती के निर्देश दिए गए हैं।