ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रविवार को स्वर म्यूजिक फाउंडेशन व प्रयास शिक्षा, साहित्य कला व संगीत पीठ ग्वालियर के सहयोग से तानेसन कला वीथिका पड़ाव पर संगीत धारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अंशुल प्रताप सिंह के तबला वादन से हुई। आपने तीन ताल में बनारसी उठान, कायदे, रौ चलन, टुकड़े, परन, फरमाइशी चक्करदार, बनारसी फर्द की प्रस्तुतियां दीं। आपके साथ सारंगी लहरे पर अब्दुल हमीद खा ने संगत दी। इसके बाद पं. सुनील पावगी का गिटार वादन हुआ आपने राग बागेश्री में झपताल और तीन ताल की दो गतों के साथ आलाप जोड़ झाला प्रस्तुत किया। अंत में मिश्र शिवरंजनी में एक धुन पेश की। आपके साथ तबले पर विकास वापट ने संगत की। सभा का समापन डा. रीता देव के गायन से हुआ, आपने शुरुआत राग जोग से की इसके पश्चात बाबुल मोरा नैहर छूटा जाए और फरमाइश पर हमरी अटरिया पे आ जा संवरिया ठुमरियां पेश कीं। आपके साथ हरमोनियम पर विवेक बनसोड़, सारंगी पर अब्दुल मजीद खां व तबले पर अंशुल प्रताप सिंह व अब्दुल हनीफ खा ने संगत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, विशिष्ट अतिथि विधायक डा. सतीश सिंह सिकरवार, प्रो. पंडित साहित्यकार कुमार नाहर, पं. रामसेवक महंत गंगादास की बड़ी शाला उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने की। आभार फाउंडेशन की अध्यक्ष अंशिका चौहान व सचिव अर्चना चौहान ने किया।
श्री समयसार रथ की निकाली भव्य शोभायात्रा
रविवार को सुबह डबरा से चलकर श्री समयसार रथ किलागेट ग्वालियर पहुंचा। श्री समयसार रथ की आगवानी किलागेट से विशाल शोभायात्रा निकालकर की गई। शोभायात्रा किलागेट से शुरू होकर मुख्य मार्गों से होती हुई हलवाट खाना स्थित श्री समयसार विद्यानिकेतन आत्मायतन पर पहुंची। श्री समयसार रथ का भव्य अभिनंदन व आगवानी जैन समाज के समाजजनों के साथ महिलाओं ने मंगल कलश के साथ विद्यालय के छात्रों ने दिव्यघोष बैंड की धुन पर भक्ति भजनों पर नृत्य करते हुए की। श्री समयसार रथ विद्यानिकेतन आत्मायतन पर पहुंचने पर पंडित संयम शास्त्री, विशेष शास्त्री ने विधि विधान से जैन ध्वजारोहण दीनानाथ सुभाष शास्त्री परिवार ने किया।