ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण नहीं हो सका। जितना अमला बच्चों के टीकाकरण में लगा हुआ है उतने टीका भी प्रतिदिन नहीं लग पा रहे हैं। शुक्रवार को कुल 2405 लोगों को टीका लगा जिसमें महज 236 बच्चों का टीकाकरण हो सका। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 20 जनवरी तक बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण के निर्देश दिए थे। जिसको लेकर प्रशासन ने अन्य विभागों से करीब दस हजार कर्मचारियों को घर घर जाकर बच्चों का पता लगाने के लिए अमला मैदान में उतार दिया। आठ दिन गुजरने के बाद भी जिले में 17 हजार बच्चों को दस हजार का अमला तलाश नहीं कर सका। इतना बड़ा अमला जिले के ढाई लाख घरों में 15 से 18 साल के ऐसे बच्चे जो अप्रवेशी/किसी भी शाला में अध्यनरत नहीं है।/है उनको चिन्हित नहीं कर सका। इधर शासन भी बच्चों के टीकाकरण को लेकर वैक्सीन की उपलब्धता नहीं करा पा रही है। आलम यह है कि बच्चों के टीकाकरण को लेकर आसपास के जिलों से वैक्सीन मंगवानी पड़ रही है। शनिवार को बच्चों का टीकाकरण हो सके इसके लिए भिंड से 4000 और उज्जैन से 3000 कोवैक्सीन के डोज मंगवाए गए।
2405 लोगों को लगा टीका
वैक्सीन की कमी के चलते शुक्रवार को ग्रामीण स्तर पर टीकाकरण नहीं रखा गया। बच्चों को चुनिंदा स्थानों पर ही शहर में टीका दिया गया। को-वैक्सीन के स्वास्थ्य विभाग के पास केवल 1500 टीका उपलब्ध थे। जिसमें बच्चों को पहला व बड़ों को दूसरा व तीसरा टीका लगाने का लक्ष्य था। शुक्रवार को सतर्कता डोज 833 को लगे, दूसरा टीका 862 लोगों ने लगवाया और 15 से 18 साल के 236 बच्चों ने पहला टीका लगवाया।
कुल टीकाकरण-31,95,755
पहला टीका- 16,84,634
दूसरा टीका-14,91,590
सतर्कता डोज-19,531
1.25लाख बच्चों को हुआ टीकाकरण
बच्चों का 3 जनवरी से टीकाकरण शुरू हुआ। शासन स्तर से 1.42 लाख बच्चों को टीकाकृत करने का लक्ष्य मिला था जिसमें 1.25 बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। बाकी के बचे 17 हजार बच्चे ऐसे जिनका जिले के किसी भी शाला में प्रवेश नहीं है। इसलिए इन बच्चों की तलाश की जा रही है। ऐसे बच्चों को सूचीवद्ध कर टीकाकरण किया जाना है। शुक्रवार को वसुंधरा राजे गर्ल्स कॉलेज की 70 छात्राओं का टीकाकरण किया गया। यह वे छात्र थे जिनकी उम्र 18 वर्ष या इससे कम है और वह कॉलेज में आ चुके हैं।
इनका कहना है-
काफी बच्चे स्कूल से निकलकर कॉलेज में पहुंच चुके हैं तो कुछ बच्चे ऐसे हैं जो अप्रवेशी है। ऐसे बच्चों का पता लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। शुक्रवार को को-वैक्सीन कम थी। शनिवार को टीकाकरण के लिए भिंड व उज्जैन से 7 हजार टीका मंगवाए गए हैं।
डा रामकुमार गुप्ता, टीकाकरण अधिकारी