नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर के तिघरा स्थित गुरजा गांव में मुरैना के 15 हजार रुपए के इनामी गुंडे जोगेंद्र उर्फ जोगी गुर्जर ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए घर में घुसकर गर्भवती महिला का अपहरण किया। जब महिला को बचाने के लिए उसके ससुराल वाले आए तो इन्हें घसीट-घसीटकर उसकी गैंग ने पीटा। फिर पूरे गांव में दहशत फैलाने के लिए अंधाधुंध फायरिंग की। एक के बाद एक करीब 15 राउंड फायर किए। इस तरह की वारदात ने ग्वालियर की कानून-व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।
सालों बाद इस तरह की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने की हिम्मत किसी बदमाश ने दिखाई है। उसकी घेराबंदी में ग्वालियर से मुरैना तक पुलिस लगी हुई है। घटना बुधवार रात करीब नौ बजे की है। फिलहाल गुंडे और उसकी गैंग तक पहुंचने में पुलिस को सफलता हासिल नहीं हुई है। इस घटना में महिला के सास-ससुर और चचिया ससुर व दादी सास घायल हुई हैं। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन्हें गोली लगी है या किसी अन्य वजह से चोट लगी है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर में इन्हें भर्ती कराया गया है। महिला की जान को भी खतरा बना हुआ है, क्योंकि गुंडा उससे शादी करना चाहता था। जब शादी दूसरी जगह हो गई तो उसने इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दे डाला। श्योपुर के सैसईपुरा गांव की रहने वाली अंजू गुर्जर की शादी करीब एक साल पहले मुरैना के तिलौंधा गांव के रहने वाले जोगेंद्र उर्फ जोगी गुर्जर से तय हुई थी। सगाई भी हो गई थी।
सगाई होने के बाद अंजू के स्वजनों को पता लगा कि जोगेंद्र उर्फ जोगी आपराधिक प्रवृत्ति का है। उस पर कई अपराध पंजीबद्ध हैं। यह सामने आने पर अंजू के स्वजनों ने रिश्ता तोड़ दिया। शादी करने से इंकार किया तो वह बौखला गया। अंजू के स्वजनों ने गुरजा गांव निवासी गिर्राज गुर्जर से शादी तय कर दी। करीब दस माह पहले शादी हो गई। अंजू अभी गर्भवती है। बुधवार शाम को अंजू अपने ससुराल वालों के साथ घर के अंदर थी। तभी तीन जोगेंद्र उर्फ जोगी अपनी गैंग के साथ तीन गाड़ियों से यहां आ गया। इनके हाथ में बंदूक, कट्टे व पिस्टल थी।
यह सीधे घर में घुसे और अंजू को ले जाने लगे। जब अंजू व ससुराल वालों ने रोका तो हमला कर दिया। पहले तो बंदूक की बट से पीटा। फिर जमीन पर पटका और लात मारी। इसके बाद गोलियां चलाना शुरू कर दी। एक के बाद एक 15 राउंड फायर किए। जिससे पूरे गांव में ही दहशत फैल गई।
फिल्मी स्टाइल में अंजू का अपहरण कर ले गए। गांव वालों ने अंजू के ससुराल वालों को संभाला। इन्हें अस्पताल ले जाया गया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही डीआइजी अमित सांघी अस्पताल पहुंचे। डीआइजी ने तुरंत पूरे जिले की फोर्स के साथ ग्वालियर और चंबल रेंज के पुलिस अधीक्षकों से बात कर नाकाबंदी कराई। हालांकि खबर लिखे जाने तक आरोपितों का कोई सुराग नहीं लग सका था।
ससुर- ब्रजलाल पुत्र गंधर्व गुर्जर
सास- भगवती पत्नी ब्रजजाल गुर्जर
चचिया ससुर- रामेश्वर गुर्जर
दादी सास- धनवंती गुर्जर
आइजी अरविंद सक्सैना और एसएसपी धर्मवीर सिंह भोपाल में आयोजित बैठक में गए हैं। इसलिए मोर्चा डीआइजी अमित सांघी ने संभाला। जोगेंद्र उर्फ जोगी व उसकी गैंग की तलाश में कैमरे देखे। इनकी आखिरी लोकेशन बानमोर मिली है। इसके बाद के कैमरे मेंनहीं आए हैं। गैंग के एक सदस्य का मोबाइल नंबर मिला। वह बानमोर के बाद बंद हो गया।
जोगेंद्र उर्फ जोगी शादी में विघ्न डाल रहा था। इसके चलते पुलिस हिरासत में ही शादी हुई थी।
घर में घुसकर अपहरण और गोलीबारी की घटना हुई है। गुंडे व उसकी गैंग के कुछ सदस्यों को चिन्हित कर लिया गया है। इनकी घेराबंदी में टीमें लगाई हैं। घायलों की हालत खतरे से बाहर है। जल्द ही आरोपित पकड़े जाएंगे। इन पर इनाम भी घोषित किया जा रहा है। - अमित सांघी, डीआइजी, ग्वालियर रेंज