नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। हजीरा स्थित कांचमिल इलाके में रविवार-सोमवार की रात 12.45 बजे गुंडे अजय उर्फ बंटी भदौरिया को गोली मार दी गई। आरोपितों में इलाके का गुंडा हेमू सिकरवार, हेमू का भाई दीनू सिकरवार, अनुराग भदौरिया, भोला और इनके साथी शामिल हैं। जिस तरह अजय उर्फ बंटी भदौरिया को गोली मारी गई, इसी अंदाज में करीब छह साल पहले 27 जनवरी 2018 को अजय उर्फ बंटी ने अनुराग भदौरिया को दौड़ा-दौड़ाकर श्याम बाबा मंदिर के पास गोलियां मारी थी।
इसमें अजय जेल भी गया था। यह दुश्मनी अंदर ही अंदर पनप रही थी। अनुराग पर इलाके के गुंडे हेमू और उसके भाई दीनू ने हाथ रख दिया और इन्हीं लोगों ने रात में अजय पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अजय के पेट में दो गोलियां लगी हैं, फिलहाल हालत स्थिर बताई गई है। यह पूरा झगड़ा इलाके में रंगदारी का है। दोनों पक्ष हजीरा की अलग-अलग गैंग से जुड़े हैं।
लंबे समय से दोनों गैंग शांत थीं, लेकिन अब एक बार फिर हजीरा इलाके में गैंगवार भड़क गई है। पुलिस ने इस घटना के बाद अजय की शिकायत पर हत्या के प्रयास की एफआइआर दर्ज कर ली है। हेमू, भोला, दीनू और अनुराग भदौरिया व देवू पंडित सहित पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें हेमू, भोला, दीनू सगे भाई हैं।
आरोपित हों या फरियादी। दोनों ही खतरनाक अपराधी हैं। इन पर मारपीट, रंगदारी, हत्या के प्रयास जैसे सनसनीखेज अपराध पहले से दर्ज हैं। इनमें आपस में रंजिश चल रही है। पुलिस का पूरा मुखबिर तंत्र सोता रहा और गोलीबारी से इलाके में दहशत फैल गई।
अजय ने बताया कि वह कांच मिल इलाके में केडी स्कूल की पुलिया के पास स्थित आकाश गुप्ता की दुकान के काउंटर के पास खड़ा था। उसके साथ टिल्ली यादव, पंडा यादव, केके चौहान भी थे। चारों खाना खा रहे थे। तभी अनुराग, हेमू, हेमू का भाई दीनू यहां आए। अनुराग के पास कट्टा, दीनू के पास पिस्टल और हेमू के पास रायफल थी। छह साल पहले हुई घटना में न्यायालय के बाहर अनुराग से राजीनामा हो गया है। इसलिए लगा कि ये लोग कुछ बात करने के लिए आए होंगे। इन लोगों ने संभलने तक का मौका नहीं दिया। इन लोगों ने आते ही गोलियां चलाना शुरू कर दी। मैं बचने के लिए भागा भी, लेकिन फिर भी दो गोलियां पेट में लग गईं। इसके बाद शोरगुल सुनकर मोहल्ले के लोग आ गए तो यह लोग भाग गए।
जनकगंज क्षेत्र में जिलाबदर गुंडे रिहान उर्फ हनुमत गुर्जर ने रंगदारी की। शराब के लिए रुपये मांगे, जब रुपये नहीं दिए तो घर में घुसकर महिलाओं से बदसलूकी की। पत्थरबाजी कर गाड़ियां फोड़ डालीं। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर सामने आया है। गुंडे ने जनकगंज स्थित लोहागढ़ में रहने वाले पवन पाराशर के घर पर पत्थरबाजी की। बदमाश को जिलाबदर किया गया था, लेकिन वह इलाके में ही घूमता रहता था। पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा, इसलिए यह वारदात हो गई। अब पुलिस ने मुख्य आरोपित हनुमत समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुरानी छावनी में गोलीबारी कर फरार हुआ मोनू उर्फ मुनेंद्र उर्फ होका तोमर अब तक फरार है। उसने पुरानी छावनी में गोलीकांड के बाद बानमोर में सुपारी देकर डाक्टर पर गोलियां चलवा दीं। एक-एक लाख रुपये में सुपारी दी थी। ग्वालियर पुलिस इसे पकड़ लेती तो आगे की वारदातें न होती, लेकिन न तो इसे अब तक ग्वालियर पुलिस पकड़ सकी है न मुरैना पुलिस।
हजीरा वाली गोलीवारी में सभी आरोपित पकड़ लिए हैं। इनका जो मास्टरमाइंड है, उस तक पहुंचने के लिए टीम काम कर रही है।
-धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक, ग्वालियर।