Gwalior Accident News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्वालियर-शिवपुरी हाईवे पर सड़क हादसे में 14 वर्षीय बालिका की दर्दनाक मौत हो गई। बालिका अपने पिता के साथ बाइक से जा रही थी। हाईवे पर सड़क पार करते समय पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने टक्कर मारी। टक्कर लगते ही पिता-पुत्री उछलकर गिरे। बालिका सड़क पर घिसटती हुई गई, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। इस हादसे में बालिका ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। टक्कर मारने वाले ट्रक की भी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस इसके लिए हाईवे पर लगे कैमरे देख रही है। इस मामले में पनिहार पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक पर एफआइआर दर्ज की है।
पनिहार थाना प्रभारी प्रवीण शर्मा ने बताया कि नंदिनी कौशल उम्र 14 वर्ष अपने पिता सोनू कौशल के साथ बाइक से ग्वालियर-शिवपुरी हाईवे से नयागांव जा रही थी। यह लोग मुरैना से आ रहे थे। जैसे ही बेला की बावड़ी तिराहे पर पहुंचे तो सामने से तेज रफ्तार में भारी वाहन निकल रहे थे। सड़क पार करने के लिए भारी वाहनों के रुकने का इंतजार कर रहे थे। बाइक सड़क किनारे खड़ी हुई थी, तभी पीछे से तेज रफ्तार में एक ट्रक आया और बाइक में टक्कर मार दी, जिससे पिता-पुत्री उछलकर गिरे। इस हादसे में नंदिनी गंभीर रूप से घायल हो गई, उसके सिर में गंभीर चोट आई थी। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान नंदिनी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन के सुपुर्द कर दिया।
सड़क हादसे में हेलमेट ने बचाई वनरक्षक की जान
एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल ने बताया कि गुरुवार को वह ग्वालियर आए थे। शाम के समय ग्वालियर से घाटीगांव जा रहे थे। इसी दौरान ग्वालियर-शिवपुरी हाइवे पर घाटीगांव इलाके में भट्टपुरा पुलिया के पास गलत दिशा में आ रहे तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार को टक्कर मारी। बाइक सवार सड़क पर गिरा, उसका पैर टूट गया। शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट आई। वह हेलमेट पहना हुआ था, इस वजह से टक्कर लगी तो हेलमेट जमीन पर लगा। सिर सुरक्षित बच गया, हेलमेट निकलकर गिर गया। युवक जब यहां घायल अवस्था में पड़ा था, तभी वहां पहुंचे। उसे तुरंत स्टाफ की मदद से थाने की गाड़ी में लिटाया। इसके बाद उसे अस्पताल भिजवाया गया। सिर में हेलमेट पहना था, इसलिए चोट नहीं लगी और उसकी जान बच गई।
हेलमेट आपकी सुरक्षा के लिए
हेलमेट लगाने को लेकर लगातार जागरुकता अभियान चलाये जा रहे हैं। नईदुनिया ने हादसों को रोकने के लिए पूरे देश में अभियान चलाया। इस दौरान हेलमेट लगाने को लेकर भी लोगों को जागरुक किया गया। अगर गुरुवार को वनरक्षक ने हेलमेट न लगाया होता तो अनहोनी हो सकती थी।
दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट क्यों जरूरी है, इसका ताजा उदाहरण है
श्योपुर में पदस्थ वनरक्षक सदर कुमार गौतम। वह गुरुवार को श्योपुर से ड्यूटी खत्म कर ग्वालियर लौट रहे थे, इसी दौरान ग्वालियर-शिवपुरी हाइवे पर गलत दिशा में आ रहे ट्रैक्टर ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगने से वह उछलकर सड़क पर गिरे, सीधे सिर जमीन पर लगा लेकिन गनीमत थी हेलमेट पहना था। सिर में गंभीर चोट नहीं लगी और इस वजह से उनकी जान बच गई। पैर में फ्रैक्चर तो हो गया लेकिन जान बच गई। वनरक्षक को एसडीओपी घाटीगांव ने अस्पताल में भर्ती करवाया।