नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर से करीब 15 किलोमीटर दूर बसे छोटे से गांव जिगसोली की फिजाओं में खामोशी छाई है। उसके पीछे दर्द की चीखें छिपी हैं। गांव के हर घर के शख्स की आंखें नम हैं। हर चेहरा उदास है। रात बीत चुकी है, लेकिन किसी ने नींद नहीं ली। पूरा गांव एक पेड़ के नीचे जमा था।
दरअसल, 21 साल के आर्यन राजपूत की मौत अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की कैंटीन में एयर इंडिया के विमान टकराने से हो गई। आर्यन 31 मई काे एक शादी में शामिल होने के लिए जिगसोली आया था। दो जून को वापस अहमदाबाद गया था।
आर्यन की आंखों में डॉक्टर बनने का सपना था। इस सपने को हकीकत बनाने के लिए बीजे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद में उसने एमबीबीएस में एडमीशन लिया था। वह होनहार था, लेकिन किस्मत की बेरहमी का किसी ने सोचा भी नहीं था। एयर इंडिया के विमान ने पलभर में सब कुछ खत्म कर दिया।
आर्यन किसान रामहेत सिंह राजपूत का सबसे छोटा बेटा था। बड़ी बहन निकिता (25) और भाई आदित्य (24) है। तीनों में किसी की शादी नहीं हुई थी। आर्यन को डॉक्टर बनाने के लिए पिता रामहेत ने खेतों में जमकर मेहनत की। फीस भरने के लिए पैसे नहीं होने पर उन्होंने उधार लिए, लेकिन बेटे को डॉक्टर बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
आर्यन के चचरे भाई भीकम सिंह राजपूत की आंखों में आंसू थे। आर्यन की बात करते-करते उनकी आंखें भर रही थीं। उन्होंने बताया कि "बचपन से ही कहता था कि पापा को एक दिन डॉक्टर का बाप कहकर पुकारा जाएगा। अब हमारा सूरज ही डूब गया। यह बात उन्होंने रुंधे गले से कही।
चचरे भाई भीकम सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर विमान गिरने के दस मिनट बाद आर्यन के दोस्त का फोन आया। उसने बताया कि विमान हादसे में आर्यन गंभीर रूप से घायल हुआ है। आप लोग यहां आ जाएं। उसके बाद आर्यन के दोस्त का मोबाइल बंद हो गया। उसने बताया कि हम दोनों एक साथ खाना खा रहे थे। मैं किसी काम से हॉस्टल से बाहर आ गया। बस इसी बीच विमान हॉस्टल से टकरा गया।
ताऊ कल्याण सिंह राजपूत ने बताया कि आर्यन न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे गांव की उम्मीद था। उसने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की थी और मेहनत के बल पर मेडिकल कॉलेज में एडमीशन लिया था। परिवार का यह तीसरा बेटा था, जो डॉक्टर की पढ़ाई कर रहा था। भाई लाखन सिंह का बेटा अभिषेक विदिशा में डॉक्टर है। बेटी हिमांशी जिला अस्पताल मुरार में है।
एमबीबीएस छात्र आर्यन का शव देर रात जिगसोली गांव पहुंचेगा। पिता रामहेत को ही आर्यन की मौत की जानकारी है। मां रानी को अभी यह जानकारी नहीं दी गई है। 8 से 9 लोग अहमदाबाद शव लेने गए हैं, जो कि देर रात गांव आएंगे।