Gwalior Broadgauge News: प्रियंक शर्मा, ग्वालियर नईदुनिया। ग्वालियर-श्योपुर नैरोगेज रेल लाइन को ब्राडगेज में परिवर्तित करने की बहुप्रतीक्षित परियोजना के अंतर्गत 200 किमी के ट्रैक पर 138 पुलों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें 40 बड़े और 98 छोटे पुल हैं। पहले चरण में रायरू से लेकर सबलगढ़ के बीच 12 बड़े पुलों को बनाने का काम पुणे की आइएससी कंपनी को दिया गया है। जिस तरह ब्राडगेज लाइन के काम को तीन हिस्सों में बांटा गया है, उसे देख संभावनाएं जताई जा रही हैं कि दो साल के भीतर ग्वालियर से सबलगढ़ के बीच पैसेंजर ब्राडगेज ट्रेन चल सकती है। अफसरों का दावा है कि 2024 तक यह कार्य पूरा हो जाएगा।
इसके लिए ब्राडगेज लाइन व पुलों के साथ ही रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्यों पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है। रेलवे के अधिकारियों की मानें तो बानमोर रेलवे स्टेशन से सबलगढ़ के बीच नौ स्टेशन और बनाए जाएंगे। इनमें जौरा, कैलारस व सबलगढ़ के रेलवे स्टेशन बी श्रेणी के बनाए जाएंगे। मुरैना में ब्राडगेज रेलवे लाइन डाली जा रही है। ग्वालियर से सबलगढ़ का सफर करने में अभी जहां 10 से 12 घंटे लगते हैं, वहीं ब्राडगेज बन जाने के बाद ये सफर सिर्फ तीन घंटों का हो जाएगा। इससे ग्वालियर, मुरैना तथा श्योपुर की दूरी चंद मिनटों की रह जाएगी। ग्वालियर से मुरैना के जौरा का सफर तय करने में जहां डेढ़ घंटा लगता था, वहीं अब यह दूरी मात्र 40 मिनट में तय हो जाया करेगी। ग्वालियर से श्योपुर के लिए ब्राडगेज रेलवे लाइन डाली जा रही है। 2912.96 करोड़ रुपये के इस पूरे प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है। पहले चरण में सुमावली से लेकर सबलगढ़ तक 50 छोटे पुलों का निर्माण शुरू किया गया था। वहीं 184 करोड़ रुपये की लागत से बिरला नगर से सबलगढ़ के बीच 10 बड़े पुलों का निर्माण किया जाएगा।