Gwalior business News: विजय सिंह राठाैर, ग्वालियर नईदुनिया। ग्वालियर-चंबल संभाग में उद्योग धंधे बढें, इसके लिए सबको सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा। जितने भी औद्योगिक क्षेत्र एमपी आइडीसी ने बनाए हैं, उनमें जो भी आवंटन प्रक्रिया है, वह देश भर में कहीं से भी आनलाइन की जा सकती है। इस क्षेत्र में यहां के नागरिकों को औद्योगिक और व्यापारिक संगठनों को ऐसा वातावरण तैयार करना होगा कि ग्वालियर अंचल की इकॉनोमी बढ़े।
यह बात मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक जॉन किंग्सले ने शनिवार काे कैट के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के दाैरान कही। उन्हाेंने कहा कि हमें स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो, सबको रोजगार मिले, इन सब पर बात करना होगी। इस अवसर पर एमपी आइडीसी के ग्वालियर के एमडी सुरेश कुमार भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कैट मध्यप्रदेश की ओर से प्रबंध संचालक काे 5 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। कैट अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने बताया कि हम चाहते हैं कि रेडीमेड पार्क जल्द विकसित किया जाए। स्थानीय लोग इसे खरीदते हैं तो बेहतर है, यदि कोई असुविधा हाे तो हम दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के अन्य व्यापारियों व रेडीमेड की कंपनियों को आमंत्रित कर रेडीमेड पार्क में विक्रय के लिए प्रयास करेंगे। साथ ही ग्वालियर अंचल फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बड़ा स्थान रखता है। हम फूड प्रोसेसिंग यूनिटों की भी वर्चुअल समिट करेंगे, जिससे उन्हें यहां की सुविधाओं से अवगत करा सकें। कैट प्रतिनिधिमंडल में कैट जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता ने औद्योगिक समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए हुए कहा कि संधारण शुल्क सहित दोहरे कर से उद्योगों को बचाना चाहिए। शीघ्र ही कैट इंडस्ट्रीयल समिट आयोजित करेगा और ग्वालियर चंबल संभाग के सभी आठों जिलों में उद्योगों की संभावनाओं पर राज्यों से समन्वय स्थापित करेगा।इस अवसर पर कैट मध्यप्रदेश की ओर से प्रबंध संचालक जॉन किंग्सले का अंग-वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत भी किया।