
Gwalior cold news: ग्वालियर,(नईदुनिया प्रतिनिधि) अंचल में ठिठुरनभरी ठंड का कहर शुरु हो गया है। कोहरे ने अंचल के जनजीवन को प्रभावित करना शुरु कर दिया है। गुरुवार को कड़ाके की ठंड और कोहरे के का रण घरों से लोगों का निकलने का मन ही नहीं कर रहा है। 30 दिसबंर शनिवार से चिल्ला जाड़ा भी शुरु हो रहे हैं। चिल्ला जाड़े को लेकर अंचल में एक कहावत भी प्रचलित है धुन के 15 मकर के 25 चिल्ला जाड़ा दिनि चालीस है। चिल्ला जाड़े ठंड अपने पूरे यौवन पर होती है। चिल्ला जाड़ा में मावठ व ओलावृष्टि के आसार बनते हैं और एक जनवरी से शीतलहर चलने की आशंका जताई जा रही है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि जब सूर्य धनु राशि में 15 दिन रहता है और मकर में 25 दिन रहता है । इस अवधि में कड़ाके की ठंड रहेगी। धनु संक्रांति यानी सूर्य का धनु राशि में प्रवेश बीते दिनों 16 दिसंबर को हो चुका है।मकर संक्रांति से 15 दिन पूर्व और 25 दिन बाद तक चिल्ला जाड़ा माना जाता है। गुरु, शुक्र और बुध को जलीय ग्रह माना जाता है, जो की परस्पर युति या दृष्टि के कारण सर्दियों में बर्फबारी और शीत लहर को जन्म देते हैं। ऐसे में अभी ठंड के और बढ़ने और उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के भी संकेत मिल रहे हैं। शीतलहर का प्रकोप अगले एक माह में अत्यधिक बढ़ सकता है। ग्रहों की स्थिति यह साफ संकेत दे रही हैं कि आने वाली ठंड कई सालों का रिकार्ड तोड़ देगी। एक ओर जहां उत्तर भारत में ठंड ने आते ही लोगों को कंपाना शुरू कर दिया है। वहीं आने वाले दिनों में ठंड और कड़ाके की होने वाली होगी। जिसके चलते देश सहित कई राज्य अत्याधिक ठंड की चपेट में आ सकते हैं एक जनवरी से शीतलहर चलेगी और हवाओं में नमी की वजह से घना कोहरा छाए रहने की आशंका है। चार जनवरी की सुबह तक घना कोहरा छाए रह सकता है। उत्तर भारत की पहाड़ियों में बारिश भी हो सकती है।