Gwalior cricket betting News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आइपीएल(इंडियन प्रीमियर लीग) सीजन-16 शुक्रवार से शुरू हो चुका है। आइपीएल शुरू होते ही क्रिकेट पर सट्टे का काला कारोबार करने वाले सटोरिए सक्रिय हो जाते हैं। इस बार भी इसे रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पिछले साल क्राइम ब्रांच की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर 50 से ज्यादा सट्टेबाजों को पकड़ा था।
इसमें सट्टा किंग संतोष घुरैया भी शामिल था। सट्टा किंग संतोष घुरैया ही ग्वालियर से लेकर बड़े शहरों तक अलग-अलग नाम से वेबसाइट चलाकर सट्टे का कारोबार सालों से कर रहा है। ग्वालियर पुलिस ने उसे दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ने के बाद कुछ हद तक नकेल तो कसी, लेकिन इस बार कैसे क्रिकेट पर सट्टे को रोकना है, अभी तक प्लानिंग नहीं हुई है। पिछले साल सट्टा किंग से लेकर उसे गुर्गों तक पर पुलिस ने नकेल कस दी थी। क्रिकेट सट्टे पर इससे पहले इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी। बड़े शहरों में बैठते हैं मास्टरमाइंड, गुर्गे शहर में फैलाते हैं नेटवर्क क्रिकेट पर सट्टा लगवाने वाले शहर के मास्टरमाइंड बड़े शहरों में बैठकर पूरा काम संभालते हैं। इनके गुर्गे शहर में हैं, जो गली-गली में इस नेटवर्क को फैलाते हैं।
मास्टरमाइंड से लेकर शहर की गलियों तक फैले नेटवर्क को तोड़ना पुलिस के लिए चुनौती है। इसकी वजह है, यह पकड़े तो जाते हैं, लेकिन नोटिस देकर ही इन्हें छोड़ना पड़ता है। लगातार कार्रवाई के बाद ही इस पर लगाम लगती है। पिछले साल जब बड़े स्तर पर कार्रवाई हुई थी तो शहर में काफी समय तक सटोरियों ने काम बंद कर दिया था। बीच में जब भी काम शुरू किया तो पकड़े गए। पुलिस अधिकारियों को सटोरियों के पुलिसिया नेटवर्क पर भी निगरानी बढ़ानी होगी।
99 हब और 11 हब से ग्वालियर में लगता था सट्टा, पूरा नेटवर्क मोबाइल पर चल रहा
क्रिकेट पर सट्टे का पूरा नेटवर्क मोबाइल पर चल रहा है। 99हब और 11हब वेबसाइट के जरिए क्रिकेट पर आनलाइन सट्टा लगाया जाता है। हालांकि जब सट्टा किंग को दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई भागते समय पकड़ा था तो 99हब को प्रतिबंधित करने के लिए क्राइम ब्रांच की ओर से गो डैडी कंपनी को पत्र लिखा गया था। इसी कंपनी के डोमेन पर यह साइट चल रही थी। जिसकी लिंक मोबाइल पर लेकर सट्टा लगवाया जा रहा था। उस समय सट्टा किंग की संपत्ति से लेकर अन्य जानकारी तक पुलिस ने निकाल ली थी। बाद में कुछ राजनीतिक रसूखदारों की सिफारिश के चलते यह कार्रवाई ठंडी पड़ गई।
आइपीएल शुरू होते ही क्रिकेट पर सट्टा लगवाने वाले सक्रिय हो जाते हैं। इस पर प्रभावी ढंग से कार्रवाई की जाएगी। बाकायदा एक टीम बनाई जाएगी, साथ ही सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जाएगा कि उनके क्षेत्र में किसी भी स्थिति में इस तरह का काम नहीं होना चाहिए और सट्टा लगवाने वालों पर कार्रवाई करें। पुराने सटोरियों की सूची तैयार कर इनकी गतिविधि पर निगाह रखी जाएगी।
राजेश सिंह चंदेल, एसएसपी