Gwalior Crime News: साेनू के नाम पर ही निकला मेडिकल, क्राइम ब्रांच ने डीआइ से मांगे मरीजाें के नाम
रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले मैक्स केयर हास्पिटल के सोनू यादव के नाम पर ही मेडिकल स्टोर रजिस्टर्ड निकला है।
By vikash.pandey
Edited By: vikash.pandey
Publish Date: Wed, 23 Jun 2021 10:57:35 AM (IST)
Updated Date: Wed, 23 Jun 2021 10:57:35 AM (IST)

Gwalior Crime News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले मैक्स केयर हास्पिटल के सोनू यादव के नाम पर ही मेडिकल स्टोर रजिस्टर्ड निकला है। यह एएआर फार्मेसी के नाम से रजिस्टर्ड है। वहीं क्राइम ब्रांच को यहां कालाबाजारी किए जाने वाले रेमडेसिविर के बैच नंबर की जानकारी मिल गई है और मिलान करने पर यह जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया गया इंजेक्शन ही निकला। क्राइम ब्रांच ने अब ड्रग इंस्पेक्टर (डीआइ) को पत्र लिखकर यह पूछा है कि मैक्स केयर के रेमडेसिविर इंजेक्शन किस-किस मरीज को लगाए गए थे।
ज्ञात रहे कि 29 अप्रैल की रात क्राइम ब्रांच ने मैक्स केयर अस्पताल में स्टिंग आपरेशन किया था जिसमें दो रेमडेसिविर इंजेक्शन को 35 हजार रुपये में दिए जाने की डील हुई थी। स्टिंग आपरेशन होते ही क्राइम ब्रांच ने छापामार कार्रवाई की और तीन आरोपितों को पकड़ लिया। मैक्स केयर हास्पिटल का इंटर पास संचालक रवि रजक व मेडिकल स्टोर संचालक मोहसिन खान और उसका साथी सोनू यादव को गिरफ्तार किया गया। यह लोग मरीजों के नाम पर आवंटित रेमडेसिवीर इंजेक्शन को ब्लैक में बेच रहे थे और केमिस्ट को कोविड स्पेशलिस्ट डाक्टर बताकर विजिट कराते थे। रवि और मोहसिन ने दो इंजेक्शन की डील 35 हजार रुपये में की थी।
क्राइम ब्रांच कराएगी इंजेक्शन की जांचः क्राइम ब्रांच की टीम मैक्स केयर हास्पिटल से जब्त रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच कराएगी। इसके लिए सैंपल को भोपाल भेजा जा रहा है। वहीं प्रशासन ने जो रेमडेसिविर बांटे थे वह मरीज के नाम से नहीं बल्कि अस्पताल को निर्धारित संख्या में दिए जा रहे थे, इसलिए क्राइम ब्रांच को इसकी जानकारी मिलना संभव नहीं है।