Gwalior Crime News: ग्वालियर, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे में बड़े स्तर पर एसी सप्लाय करने का टेंडर दिलाने का झांसा देकर ग्वालियर के रहने वाले युवक को तीन लोगों ने मिलकर ठग लिया। इसमें एक आरोपित मुरैना, दूसरा आरोपित दिल्ली और तीसरा आरोपित झांसी का रहने वाला है। झांसी वाला ठग खुद को रेलवे अफसर बताता था। युवक से 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। थाटीपुर पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है।
थाटीपुर निवासी पंकज पुत्र रामप्रसाद सोनी की मुलाकात तीन साल पहले मुरैना निवासी योगेश गोयल से हुई थी। योगेश खुद को रेलवे में ठेकेदार बताता था। योगेश ने पंकज से कहा कि उसके पहचान का एक अफसर है, जो उसे बड़े स्तर पर एसी सप्लाय का काम रेलवे में दिला सकता है। हर एसी की सप्लाय पर दो हजार रुपये का मुनाफा होगा। टेंडर लेने के लिए 90 लाख रुपये लगाने होंगे। पंकज उसके झांसे में आ गया। योगेश ने उसे दिल्ली के रहने वाले राजा खान से मिलाया, जिसे वह बड़ा ठेकेदार बताता था। फिर 90 लाख रुपये ले लिए। एक अनुबंध पत्र भी तैयार किया। हर महीने मुनाफे का पैसा खाते में आने की बात कही गई थी, लेकिन यह पैसा खाते में नहीं आया। इसके बाद योगेश से बात की तो वह उसे झांसी ले गया। झांसी में राहुल यादव से मिलवाया, वह राहुल को रेलवे का अफसर बताता था। यह लोग कई दिनों तक पैसे वापस करने की बात कहते रहे। जब उसे संदेह हुआ, तब उसने शिकायत की। इसके बाद इस मामले में तीनों पर एफआइआर दर्ज की गई। इसी तरह महाराजपुरा इलाके में रहने वाली गौमती बाई की लाखों रुपये की जमीन आफीसर सिंह, तहसीलदार सिंह, हरेंद्र सिंह सहित चार लोगों ने फर्जी हस्ताक्षर कर हड़प ली।
वायुसेनाकर्मी के साथ 1.10 लाख रुपये की ठगीः महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन पर पदस्थ वायुसेनाकर्मी सत्येंद्र प्रसाद पुत्र देवगति साव के साथ ठगी हो गई। वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। वह एसबीआइ का क्रेडिट कार्ड चलाते हैं। उनके क्रेडिट कार्ड से कुछ ट्रांजेक्शन हुआ, जो उन्होंने नहीं किया। इसकी शिकायत के लिए उन्होंने इंटरनेट से कस्टमर केयर का नंबर निकाला। इस नंबर पर काल किया तो युवक ने उठाया, जो खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताने लगा। उसने एनीडेस्क स्क्रीन शेयरिंग एप उनके मोबााइल पर डाउनलोड कराया और खाते से 1.10 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने एफआइआर दर्ज की है।