- मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने दिए आशीष वचन, बोले- "मंदिर में भिखारी बनकर नहीं भगवान का भक्त बनकर जाओ"
Gwalior Dharma samaj News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। कुछ लोग हमेशा ही परेशानी का रोना रोते रहते हैं, जब भी बात करो बस यही जवाब मिलता है कि, "बहुत परेशान हूं।" असल में कुछ लोगों की आदत ही बन जाती है रोना रोने की। अरे यदि परेशानी भी आये तो उसे अपने धैर्य की परीक्षा मानकर स्वीकार करो। जब सुख हमेशा नहीं टिक पाता तो परेशानियां भी कुछ समय की ही हैं। बस उस समय तुम्हें धैर्य रखकर समझदारी से जीवन जीना होगा। जो लोग कष्टों में भी प्रसन्न रहते हैं, उनके कष्ट ज्यादा दिन के नहीं होते। अपनी परेशानियों का वर्णन हर किसी के सामने मत करो। क्योंकि हमेशा परेशान रहने वाले व्यक्ति से लोग दूरी बना लेते हैं। यह बात मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने शुक्रवार को शिंदे की छावनी स्थित भगवान मुनि सुब्रतनाथ दिगंबर पंचायती जैन मंदिर में प्रवचन के दौरान कही।
मुनिश्री ने कहा कि लोग मंदिरों में भी या तो सेठजी बनकर जाते हैं, या फिर कुछ मांगने के लिए जाते हैं। अरे अहंकार की चादर मंदिर के बाहर ही उतार कर जाओ। सेठ नहीं सेवक बन कर जाओ। भिखारी नहीं भक्त बनकर जाओ। क्योकि वहां तीन लोक के नाथ के दर्शन करने के लिए गए हो। वहां तो पूर्ण श्रृद्धा के साथ भगवान की प्रतिमा के दर्शन करो और मन में सोचो कि नाथ इतनी कृपा कर दो कि कभी मैं भी तुम जैसा बन जाऊं। फिर तुम्हें भगवान से सांसारिक वस्तुओं को मांगने की आवश्यकता हीं नहीं पड़ेगी और तुम्हारा मंदिर जाना भी सार्थक होगा।
मुनिश्री ने कहा कि जीवन के प्रति क्षण किसी न किसी रूप में पुण्य का संचय करते रहो, क्योंकि पुण्य से ही व्यक्ति को सदमार्ग मिलता है। आगामी ग्वालियर में होने जा रहे पंचकल्याणक महोत्सव में पूरी श्रृदा के साथ भाग लेना। क्योंकि यह महोत्सव तुम्हारे पुण्य के संचय में सहयोगी होगा।
धर्म सभा के दौरान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डा. सुनील गोधा, कोषाध्यक्ष निर्मल पाटनी, मायाराम जैन, संजय जैन, सोनू जैन, आनंद कुमार जैन, पं.चंद्रप्रकाश चंदर, पं. सुनील शास्त्री, पवन जैन, उमेश जैन, शैलेंद्र जैन, भानू जैन, ललित जैन ने मुनिश्री के चरणोें में श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद लिया।
-आज विनय नगर में होगा मुनिश्री का आगमन
जैन समाज के प्रवक्ता ललित जैन ने बताया कि शनिवार को सुबह मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज एवं मुनिश्री विजयेश सागर महाराज का विनय नगर जैन मंदिर में आगमन होगा। जहां प्रातः 9 बजे मुनिश्री के प्रवचन होंगे।