Gwalior Education News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। किसी भी देश का भविष्य उसकी लीडरशिप पर निर्भर करता है। स्ट्रांग लीडरशिप की बदौलत ही उस देश की दुनिया में अलग पहचान बनती है। सफल लीडर्स वही होते हैं जो अपने देश को विषम परिस्थितियों में देशवासियों के हितों की रक्षा कर दुनिया में अपना वर्चस्व कायम रखते हैं। यह बात मुख्य अतिथि और मालदीव के शिक्षा मंत्री डा अब्दुल रसीद अहमद ने कही। मौका था, आइटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के 25 माइंड्स कंसेप्ट के तहत लंबे समय तक लीडरशिप विषय पर आयोजित हुए थर्ड विज्डम लेक्चर सीरिज का।
थर्ड विज्डम लेक्चर सीरिज के मुख्य अतिथि डा.अब्दुल रसीद अहमद ने स्टूडेंट्स को लंबे समय तक लीडरशिप के तीन आधारभूत सिद्धांतों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पहला सिद्धांत किसी भी लीडर को लंबे समय तक राजनीति में रहने के लिए नागरिकों का भरोसा कायम रखना चाहिए। दूसरा सिद्धांत आम नागरिकों के बीच पहुंचकर उनका सपोर्ट करना चाहिए और तीसरा जनता का भरोसा कायम रखने के लिए देश हित में कार्य करना चाहिए। इन तीन सिद्धांतों की बदौलत ही कोई भी लीडर लंबे समय तक लीडरशिप कर सकता है। कार्यक्रम की विशेष अतिथि नेपाल यूनिवर्सिटी की पूर्व रजिस्ट्रार प्रमिला थापा ने पाजिटिव एनर्जी के बारे में छात्रों को बताया कि सकारात्मक माहौल में किया गया कार्य हमेशा सफल ही होता है। इसलिए आप जहां भी कार्य करते हैं उसके आसपास हरियाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां हरे-भरे पेड़-पौधे होते हैं वहां स्वच्छ वायु का संचार होता है और जहां स्वच्छ वायु का संचार होता है वहां का वातावरण अपने आप सकारात्मक हो जाता है। थर्ड विज्डम लेक्चर सीरिज में वाइस चांसलर डा. एसएस धाकड़ ने कहा कि लंबे समय तक लीडरशिप का देश और दुनिया में बहुत ही महत्व है। उन्होंने कहा कि जो आमजन के बीच सरलता, सहजता से उपलब्ध हो जाए। जो आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहे, वही व्यक्ति लंबे समय तक लीडर बना रह सकता है। इस अवसर पर डायरेक्टर काउंसिलिंग रवि शर्मा ने सभी का आभार प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि आइटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर रजत जयंती वर्ष का उत्सव मना रहा है। जिसके अंतर्गत 25 माइंड्स कंसेप्ट सीरीज के तहत विभिन्न विज्डम लेक्चर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में थर्ड विज्डम लेक्चर का आयोजन किया गया। अतिथियों का स्वागत आइटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के इंडस्ट्री इंटरेक्शन के डीन डा.आरके जैन ने किया।