Gwalior Education News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। माधव इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (एमआइटीएस) ने डीटीयू के सहयोग से टीईक्यूआइपी-थर्ड के अंतर्गत आयाेजित दो दिवसीय वर्कशॉप का समापन शनिवार को किया गया। जिसका विषय रीसेंट ट्रेंडस इन इमेज प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी है। इस अवसर पर प्रोफेसर एमएएनआइटी भोपाल से स्पीकर डा. दीपक सिंह तोमर विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने सिक्योरिटी एस्पेक्ट्स पर अपने विचार सभी पार्टिसिपेंट्स के साथ साझा किए। उन्होंने कोड इंजेक्शन अटैक, पीएचपी कोड इंजेक्शन अटैक, एसक्यूएल इंजेक्शन अटैक से अवगत कराया। साथ ही प्रत्येक प्रकार के सिक्योरिटी थ्रैट्स को उदाहरण से समझाते हुए कहा कि हम थोड़ी सी सावधानियां रखकर बड़े नुकसान से बच सकते हैं। जैसे कि किसी अनजानी लिंक पर क्लिक करने से बचें। फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन में वर्चुअल की-बोर्ड का ही उपयोग करें। ब्राउजर पर एक ही विंडो खोल कर रखें। इसी सेशन के दूसरे स्पीकर एनआइटी अगरतला से स्पीकर डा. मुनेष चंद्र त्रिवेदी ने विद्यार्थियों को क्रिप्टोग्राफी, फायर बॉल, बायोमैट्रिक्स, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, इंक्रिप्शन और बेसिक कंपोनेंट्स ऑफ सिक्योरिटी से अवगत कराया। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को हैंड्स ऑन प्रैक्टिस कराई गई एवं प्रैक्टिकल सेशन का भी आयोजन किया गया। जिसमें न्यूरल नेटवर्क, पेटर्न रिकॉग्निशन, क्लासिफिकेशन, क्लस्टरिंग, कन्फ्यूजन मेट्रिक्स, डीप लर्निंग, डाटा की ट्रेनिंग, टेस्टिंग कैसे करते हैं, को मैटलैब टूल के द्वारा सभी प्रतिभागियों से इम्प्लीमेन्ट भी कराया गया। वर्कशॉप में देश के कई जगह से 150 से भी ज्यादा प्रतिभागी मौजूद रहे। वर्कशॉप के कोऑर्डिनेटर डा. मनीष दीक्षित, प्रो. जयमाला झा, संस्थान के निदेशक डा. आरके पंडित मौजूद रहे।