
Gwalior Elevated Road News: ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। हनुमान बांध से लेकर लक्ष्मीबाई समाधि स्थल तक तैयार होने वाले एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण में 7.42 किमी लंबे मार्ग पर 200 से 225 पिलर तैयार किए जाएंगे। मेट्रो की तर्ज पर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पिलर खड़े होते ही सड़क बिछाई जाएगी। पूरे 14.7 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड रोड पर विद्युत की व्यवस्था भी होगी। एलिवेटेड रोड में फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा। रोड में सड़क के बीच डिवाइडर भी लगाए जाएंगे।
सुरक्षा के लिए एलिवेटेड रोड के दोनों ओर मजबूत दीवार भी बनाई जाएगी। हनुमान बांध के ऊपर से होते हुए एलिवेटेड रोड सीधे गिरवाई से निकलकर सीधे हाइवे से मिलाई जाएगी। इसके लिए ढाई-ढाई मीटर की दूरी पर पिलर खड़े किए जाएंगे। दरअसल, स्वर्ण रेखा नाले पर महारानी लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर ट्रिपल आइटीएम तक तैयार कराए जा रहे साढ़े छह किमी लंबे एलिवेटेड रोड निर्माण में पिलर का काम वर्षा से पहले कराया जाएगा। पिलर तैयार होने की स्थिति में सिर्फ स्पान तैयार करना शेष रह जाएगा, जिसमें ज्यादा समय नहीं लगता है। वर्षा के दौरान चार माह तक निर्माण कार्य प्रभावित हो जाएंगे। इसके अलावा स्वर्ण रेखा नाले में पानी भी चलने लगेगा। इस दौरान पिलर तैयार करने के लिए खोदे गए गड्ढों में भी पानी भर जाएगा। वर्षा का मौसम बीतने के बाद ऐसे में दोबारा से गड्ढे खोदने पड़ेंगे। इसके चलते काम में देरी होगी। अभी ट्रिपल आईटीएम के पास पिलरों को खड़ा किया जा रहा है। इसके बाद रोड के लिए पिलरों का निर्माण किया जाएगा। यह पिलर चार मीटर चौड़े होंगे। वहीं पिलरों का निर्माण कर उनकी बेस मजबूती के लिए उसकी गुणवत्ता व भार क्षमता का परीक्षण किया जाएगा। स्वर्ण रेखा नदी पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण में फूलबाग से हनुमान बांध तक शहर की मुख्य सड़कों से यातायात परिवर्तित करने के लिए सिंगल लूप बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में इस रोड का निर्माण 885.90 करोड़ की लागत से किया जाएगा, जिसमें केंद्र ने 778.14 करोड़ रूपए स्वीकृत भी कर दिए है। वहीं राज्य योजना मद के अंतर्गत 107.78 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।