Gwalior Fraud News: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। एक दवा कारोबारी के साथ 1.47 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ठगी करने वाले आरोपितों ने कमर्शियल हाल का सौदा किया था। जिस बिल्डिंग में यह कमर्शियल हाल बनना था, वह बिल्डिंग ही बनकर तैयार नहीं हुई। पहले तो यह लोग घुमाते रहे। फिर न तो कारोबारी को हाल मिला और न ही रुपये ही लौटाए। अब एक आरोपित फरार हो गया है, जबकि दूसरा आरोपित रुपये लौटाने की जगह कारोबारी को ही धमका रहा है। इस मामले में यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है।
विजय नगर निवासी प्रवीण पुत्र राम किशोर त्रिपाठी दवा कारोबारी हैं। उनकी मुलाकात करीब नौ साल पहले बिल्डर अमित पुत्र एसके शर्मा और शशिभूषण पुत्र कृष्ण सिंह तोमर से हुई थी। दोनों बिल्डरों से उसकी दोस्ती हो गई। बिल्डरों ने झांसा दिया कि मानिक विलास कालोनी में एक कमर्शियल और रेजिडेंशियल बिल्डिंग बना रहे हैं। इसमें फ्लैट व कमर्शियल स्पेस की बुकिंग की जा रही है। दोनों प्रवीण को बिल्डिंग दिखाने ले गए। उस समय बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा था। प्रवीण ने कमर्शियल स्पेस बुक कर दिया। इसके एवज में 1.47 करोड़ रुपये भी प्रवीण ने दे दिए। कुछ पैसा नकद और कुछ पैसा चेक से दिया। दो साल के अंदर बिल्डिंग बनकर तैयार होनी थी। जब काफी समय बीत गया और प्रवीण को पजेशन नहीं मिला तो उन्होंने इन दोनों से संपर्क किया। कुछ समय तक तो यह लोग जल्द ही काम पूरा करने की बात कहते रहे, लेकिन बिल्डिंग का काम पूरा नहीं हुआ। जब पजेशन नहीं मिला तो प्रवीण ने इनसे रुपये वापस मांगे। इन लोगों ने एक करोड़ रुपये के चैक दे दिए। जब यह चैक बैंक में लगाए तो बाउंस हो गए। फिर अमित शर्मा अपने परिवार के साथ शहर छोड़कर भाग गया। अब जब भी दूसरे बिल्डर के पास प्रवीण पैसा मांगने जाते हैं तो वह धमकाने लगता है। इसके चलते प्रवीण ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। जांच के बाद यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है।