Gwalior JU News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि) जीवाजी विश्वविद्यालय का एक और कारनामा सामने आया है। विवि की फार्मेसी विभाग में पढ़ाने वाले दो शिक्षक डबल रोल निभा रहे हैं। कालेज का समय सुबह साढ़े 10 से शाम 5 बजे का है। इस बीच में कृषि कल्याण एवं कृषि विभाग के दोनों शिक्षक रूपेश गोयल और जगदीश अहिरवार जेयू के प्रशासनिक भवन में जाकर 3 से 4 घंटे रीओपनिंग सेल में भी काम कर आते हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो दोनों शिक्षकों को विवि की ओर से दो अलग-अलग भुगतान होता है। यानि फार्मेसी के छात्रों को पढ़ाने के लिए अलग भुगतान और रीओपनिंग सेल में काम करने के लिए अलग से भुगतान।
गौरतलब है कि यह दोनों शिक्षक वह ही हैं जिनका जिक्र नईदुनिया के 2 मार्च के अंक में प्रकाशित च्कांपते हाथों में गोपनीय काम, गैर पीएचडी-अयोग्य तक कार्यरतच् खबर में हुआ था। यह दोनों कांट्रेक्ट बेस पर शिक्षक है और विवि में बिना पीएचडी के छात्रों को पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। दो बजे के बाद आते हैं शिक्षक : नईदुनिया की टीम इस मामले की जांच करती हुई जब रीओपनिंग सेल में पहुंची तो वहां मौजूद कर्मचरी ने बताया कि रूपेंद्र गोयल और जगदीश अहिरवार दोपहर दो बजे के बाद आते हैं। यदि उनसे मिलना है तो उसी दौरान आएं। बता दें कि विवि के नियमों के अनुसार दोनों शिक्षकों की ड्यूटी सुबह साढे दस बजे से लेकर शाम साढ़े 5 बजे तक फार्मेसी विभाग में ही रहती है।
एक समय पर दो स्थानों पर काम कैसे कर सकते है, इस मामले की गंभीरता से जांच करवा कर शीघ्र ही उचित कार्यवाही करेंगे।
डा. राजेंद्र कुमार बघेल कुलसचिव, जेयू
मारपीट करने वाले को तीन महीने की सजा
न्यायिक मजिस्ट्रेट अमूल मंडलोई ने राजेंद्र गुर्जर व हरिओम गुर्जर को तीन-तीन महीने की सजा सुनाई है। दोनों पर 500-500 रुपये का जुर्माना लगाया है। घटना 17 जनवरी 2017 को सिरौल थाना अंतर्गत घटी थी। फरियादी नामदेव शर्मा ने हरिओम गुर्जर को दस हजार 900 रुपये उधार दिए थे। हरिओम ने रुपये नहीं लौटाए। हरिओम के पिता राजेंद्र से फरियादी की बात हुई कि एक हजार रुपये काटने के बाद 9100 रुपये भेज दो। तभी राजेंद्र व हरिओम आए और मारपीट कर दी।
जेयू की कम्प्यूटर शाला में हुआ तकनीकी व्याख्यान
जीवाजी विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर सांइस अध्ययनशाला में मशीन लर्निंग एड डाटा साइंस विषय पर व्याख्यान हुआ। इस कार्यक्रम के बतौर वक्ता डा. पंकज सक्सेना, आर बी एस टेक्नीकल केम्पस, आगरा मौजूद रहे। इस मौके पर वक्ता ने कहा कि आज वस्तुओं, व्यक्तियों, स्थानों, चित्रों को पहचानने आवाज से खोजने, मनोरजंन और ई-कामर्स कम्पनी मशीन लर्निंग का खूब प्रयोग कर रहीं हैं। इस दौरान विभागाध्यक्ष डा. संजय कुमार गुप्ता सहित विभाग के शिक्षक मौजूद रहे।