दवाओं का लेखा-जोखा न मिलने पर तीन को नोटिस दो स्थानों से लिए सैंपल
Gwalior Medical store News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। ड्रग विभाग की अनदेखी के चलते शहर में मेडिकल स्टोर प्रतिबंधित दवाएं तक बेच रहे हैं। कुछ लोग डाक्टर का पर्चा मांग रहे तो कुछ बिना पर्चे के भी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए तैयार थे। सर्दी,खांसी,जुकाम आदि की दवाएं तो मेडिकल स्टोर संचालक बिना पर्चे के आसानी से उपलब्ध करा देते हैं। लेकिन नींद और खांसी में दी जाने वाली दवाओं को लेकर कुछ मेडिकल स्टोर ने डाक्टर का पर्चा मांगा। नईदुनिया की टीम जब डाक्टर से नीदं व खांसी में दी जाने वाली दवाएं सादा कागज पर लिखवाकर मेडिकल स्टोर पर पहुंची तो उन्होंने डाक्टर की सील लगवाने के लिए कहा। जबकि कुछ मेडिकल स्टोर पर जब परेशानी बताई तो दवा देने के लिए तैयार हो गए। जबकि कोविड के दौरान सर्दी,खांसी व जुकाम तक की दवाएं बिना डाक्टर के परामर्श के देने पर रोक लगाई गई थी। लेकिन इस नियम को ताक पर रखकर मेडिकल स्टोर धड़ल्ले बिना पर्चे के दवाएं बेच रहे हैं। दवाओं का लेखाजोखा सही न मिलने पर ड्रग विभाग ने तीन मेडिकल संचालकों केा नोटिस थमाया तो दो स्थानों से दवा का सैंपल भी लिया है।
नरेन्द्र मेडिकल स्टोर-
कस्तूरबा चौराह के पास स्थित नरेन्द्र मेडिकल स्टोर पर जब सादा कागज में नींद व खांसी की दवा लेने के लिए टीम पहुंची। स्टोर संचालक ने दवा की उपलब्धता होते हुए कहा कि पर्चे पर डाक्टर की सील लगवाकर लाएंगे तो दवा उपलब्ध करा दी जाएगी।
नेहा और आयुष मेडिकल स्टोर
कंपू पर स्थित नेहा मेडिकल स्टोर पर सर्दी,जुकाम व खांसी की परेशानी बताई तो स्टोर संचालक ने कुछ दवाएं दीं जिसमें एंटीवायोटिक भी शामिल थी। उन्हें देते हुए दो दिन लेने की सलाह दी। जबकि यह दवाएं जिसमें एंटीवायोटिक भी बिना पर्चे के देना प्रतिबंधित हैं।
बघेल मेडिकल स्टोर-
माधव डिस्पेंसरी के सामने बघेल मेडिकल स्टोर पर नींद और खांसी की दवा उपलब्ध न होना बताया गया। लेकिन अन्य दवाएं बिना पर्चे पर देने के लिए तैयार थे।
लेन देन का लेखा जोखा सही न मिलने पर दिया नोटिस-
डबरा के गणेश मेडिकल स्टोर, सिटी सेंटर पर एंडोक्यारोफार्मा दवा स्टोर, और आनंद नगर में स्थित न्यू नीरज मेडिकल स्टोर को ड्रग इंस्पेक्टर ने दवाओं का लेखा जोखा सही न मिलने पर नोटिस थमाया है। असल में इन स्टोर पर दवाओं की बिक्री और खरीद का मिलान कराया गया तो वह ठीक नहीं पाया गया था।
दो स्थान से लिए दवाओं के सैंपल-
उत्तर प्रदेश में शिप्ला और जाइड्स कंपनी की दवाएं मेडिकल स्टोर पर भारी मात्रा में मिली थी। जिनके खरीद के बिल इन मेडिकल पर उपलब्ध न मिलने पर कार्रवाई की गई थी। इसी तारतम्य में ग्वालियर के थोक बिक्रेताओं पर स्टोक की जांच की जा रही है। जिसमें पाया कि न्यू मनीष और सत्या मेडिकल स्टोर पर यूपी में पकड़ी गई दवा के बैच की दवाएं उपलब्ध मिली। हालांकि इन मेडिकल स्टोर संचालकों ने दवाओं की खरीद के बिल ड्रग विभाग को उपलब्ध करा दिए। इसके बाद भी दोंनो दवाओं के सैंपल कलेक्ट किए गए हैं।
इनका कहना है-
कोविड के दौरान जो आदेश जारी हुए थे वह उसी समय के लिए थे। लेकिन प्रतिबंधित दवाएं और एंटीवायटिक बिना पर्चे के उपलब्ध नहीं करा सकते। यदि ऐसा कोई कर रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सभी मेडिकल स्टोर को दवाओं का लेखाजोखा रखना जरुरी है। तीन मेडिकल स्टोर पर खरीद व बिक्री का लेखाजोखा सही न मिलने पर नोटिस दिया है। जबकि दो स्थानों से सैंपल भी लिए गए।
किरन कुमार , ड्रग इंस्पेक्टर