- आइआरएसडीसी की टीम ने किया सर्वे
Gwalior Metro Train News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि| शहर के अंदर 8 किलोमीटर में अब मेट्रो के रूप में नैरोगेज ट्रेन दौड़ेगी। इस ट्रेन को चलाने के लिए दो दिन से भारतीय रेलवे स्टेशन विकास कारपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने पटरियों का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने रविवार को सीइओ जिला पंचायत किशोर कानयाल के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने प्राथमिक तौर पर योजना को तैयार किया है। इसमें ट्रेन करीब 5 स्थानों पर रूकेगी जिससे इसमें बैठने वाले पर्यटक शहर की पुरातत्व एवं पर्यटन क्षेत्रों का भ्रमण कर सकें।
शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फिर से नैरोगेज पटरियों पर दौड़ेगी। इस ट्रेन को शहर के पर्यटन एवं ऐतिहासिक क्षेत्रों में रोका जाएगा जहां पर पर्यटन भ्रमण करने एवं शहर को घूम सकें। इसके साथ ही ट्रेन का स्टापेज ऐसे स्थानों पर किया जाएगा जहां पर दो किलोमीटर के घेरे में पर्यटन अथवा पुरातत्विक स्थल हो।
यह पर रहेगा स्टापेज
लक्ष्मीबाई समाधि:- नैरोगेज ट्रेन प्लेटफॉर्म क्रमांक 4 से संचालित की जाएगी। नैरोगेज ट्रेन लक्ष्मीबाई समाधि के पीछे से गुजरेगी। इसके चलते पहला स्टापेज लक्ष्मीबाई समाधि के पीछे होगा। यहां पर पर्यटक लक्ष्मीबाई समाधि स्थल और गंगादास की बड़ी शाला के दर्शन कर 1857 के इतिहास को जान सकेंगे।
गोपाचल पर्वत
नैरोगेज का दूसरा स्टापेज गोपाचल पर्वत के पास स्मार्ट सिटी के सेल्फी पाइंट पर रहेगा। यहां पर पर्यटक चौपाटी, फूलबाग, चिड़ियाघर, बारादरी, बैजाताल, जयविलास पैलेस, मोतीमहल, नगर निगम का संग्रहालय, आदि का भ्रमण कर सकेंगे।
घ्ाोसीपुर स्टेशन
नैरोगेट ट्रेन का तीसरा स्टापेज घोसीपुरा स्टेशन पर होगा, जहां पर लोग सत्यनारायण की टेकरी पर पहुंचकर पर्वत से शहर का नजारा कर सकेंगे।
बहोड़ापुर स्टेशन
इसके बाद बहोडापुर स्टेशन पर ट्रेन का स्टापेज रहेगा, यहां पर लोग गरगज के हनुमान मंदिर, जनकताल, आदि का भ्रमण कर सकेंगे।
मोतीझील
नैरोगेज का अंतिम स्टेशन मोतीझील पर रहेगा। यहां पर पर्यटक पुराने पानी सयंत्र को देख सकेंगे। साथ ही शहर में आने वाले पानी को साफ करने की प्रक्रिया को भी देख सकेंगे। साथ ही यहां पर गुलाब पार्क का भी आनंद लिया जा सकेगा।
वर्जन
प्राथमिक तौर पर पांच पाइंटों पर ट्रेन को रोकने की योजना बनाई जा रही है। यहां पर लोग पर्यटन को भी देख सकेंगे।
किशोर कानयाल
सीइओ जिला पंचायत