Gwalior Moharram News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मोहर्रम के अंतर्गत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर सख्ती कर दी है। मोहर्रम का जुलूस नहीं निकालने के आदेश मंगलवार को ही जारी कर दिए गए थे। ग्रेटर ग्वालियर मोहर्रम एवं कर्बला इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष अख्तर हुसैन कुरैशी ने बताया कि मोहर्रम कार्यक्रमों के अनुसार मोहर्रम की 9 तारीख (इस्लामिक कैलेंडर अनुसार) 9 अगस्त को है। इस दिन शब-ए-शहादत मनाई जाएगी। वहीं 10 मोहर्रम 20 अगस्त को है, जिसे हजरत इमाम हुसैन का यौम-ए-शहादत बलिदान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इस दिन ताजिये स्थानीय कर्बला परिसर लाए जाएंगे। इसमें सभी समुदाय के गणमान्य नागरिक शरीक होकर शहीदाने कर्बला को खिराज-ए-अकीदत (श्रद्घांजलि) पेश करेंगे। कमेटी के अध्यक्ष अख्तर हुसैन कुरैशी के अनुसार शब-ए-शहादत व योम-ए-शहादत के लिए नगर निगम, शासन, पुलिस प्रशासन व मोहर्रम एवं कर्बला इंतजामिया कमेटी द्वारा व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कर्बला परिसर में पेयजल, प्रकाश, सड़कों की आवश्यक मरम्मत, प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती, प्राथमिक चिकित्सा आदि की व्यवस्थाएं कर्बला परिसर में की जा रही हैं। जबकि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा कर्बला (सागरताल) के चारों और 10 फीट ऊंची जाली सुरक्षा के लिए लगाई गई है। मरम्मत व स्ट्रीट लाइट का कार्य ताजियों को दफनाने के लिए आवंटित भूमि, जो कि सुसेरा रोड पानी की टंकी के नीचे दी गई है, उसमें भी ताजियों के गढ्डे खोदने का कार्य जारी है।
गोरखी इमाम बाड़े में रखे गए सिंधिया राजघराने के ताजिये पर बुधवार को महाआर्यमन सिंधिया ने हाजिरी देकर परंपरागत सेहराबंदी की रस्म अदा की। कार्यक्रम में विशेष रूप से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया उपस्थित रहीं। शहर काजी अब्दुल अजीज कादरी ने फातहा दी और मुल्क में अमनो अमान, कौमी एकता, सांप्रदायिक सद्भावना और ग्वालियर चंबल अंचल में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए खास दुआ की। इस मौके पर अब्दुल समद कादरी, शरीफ खान, चुन्ना खान, इमरान पठान, मुनव्वर मेव आदि मौजूद रहे।