Gwalior News: देर रात तक बंधक बना रहा ग्वालियर, बवाल में 200 गाडि़यां फोड़ी, 15 हुए घायल
Gwalior News: उपद्रव में कलेक्टर, एसएसपी, निगमायुक्त सहित 200 वाहनों की भी तोड़फोड़ हुई। दहशत में देर शाम दुकानें-बाजार बंद होना शुरू हो गए।
By anil tomar
Edited By: anil tomar
Publish Date: Tue, 26 Sep 2023 08:53:25 AM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Sep 2023 09:02:53 AM (IST)
HighLights
- गुर्जर महापंचायत के बाद हुआ था पूरे शहर में बवाल
- पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
- मंच से भड़काऊ भाषणों में शहर को दहलाने से लेकर उत्पात मचाने की हुंकार नेता भर रहे थे
Gwalior News: ग्वालियर(नप्र)। शहर में सोमवार को गुर्जरों ने जमकर उपद्रव कर किया। फूलबाग मैदान पर आयोजित गुर्जर महासभा के बाद उग्र हुए गुर्जर समाज की भीड़ ने कलेक्ट्रेट तक हुडदंग करते हुए रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पर पहुंचते ही हमलावर हो गए। यहां मिहिर भोज प्रतिमा से टीन शेड हटाने सहित कई मांगों को लेकर बिना अनुमति ज्ञापन देने आए उत्पातियों ने पुलिस पर पथराव, हमला कर दिया। यहां पुलिस ने हवाई फायर किए,आंसू गैस के गोले चलाए तो उपद्रवी ज्यादा उग्र हो गए और दनादन वाहनों की तोड़फोड़ शुरू कर दी। कलेक्ट्रेट से इन्हें पुलिस ने खदेड़ा तो शहर के सिटी सेंटर, एजी पुल, झांसी रोड, सिरोल रोड़, विक्की फैक्ट्री इलाके में गाड़ियों की तोड़फोड़ की। शाम को सिकरोदा हाइवे पर चक्काजाम कर कई स्कूल-कालेज बसों की तोड़फोड़ कर दी। इस उपद्रव में कलेक्टर, एसएसपी, निगमायुक्त सहित 200 वाहनों की भी तोड़फोड़ हुई। दहशत में देर शाम दुकानें-बाजार बंद होना शुरू हो गए।
राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति द्वारा गुर्जर जागरण पदयात्रा समापन पर फूलबाग मैदान में महासभा के रूप में किया गया। यह यात्रा सात अगस्त को शुरू हुई थी। ग्वालियर और चंबल अंचल सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से गुर्जर समाज के लोग इसमें शामिल हुए। मंच से भड़काऊ भाषणों में शहर को दहलाने से लेकर उत्पात मचाने की हुंकार नेता भर रहे थे। सभा के दौरान एक पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ कर दी गई थी।
शहर को थी दहलाने की साजिश 3 कारण
- मंच से भड़काऊ भाषण-शहर जला देंगे-ट्रैक्टर चढ़ा देंगे: महासभा के दौरान मंच से गुर्जर महासभा के नेताओं के भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे जिसमें शहर को जला देंगे, ट्रैक्टर चढ़ा देंगे जिनका मकसद था गुर्जरों को बवाल करना ही था।
- ट्रैक्टर-ट्राली और गाड़ियों में लाठी-डंडे और पत्थर: ट्रैक्टर-ट्रालियों, चार पहिया वाहनों में लाठी-डंडे और पत्थर रखे थे। अचानक वाहन रैली कलेक्ट्रेट की ओर निकली तो यह सब कहां से आ गया, जो सुनियोजित था।
- महासभा के बहाने भीड़ बनकर घुसे और उपद्रव महासभा की स्वीकृति थी इसी बहाने हजारों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग वाहनों के साथ घुस आए इन लोगों ने उपद्रवियों का शक्ल ले ली।
उप्रदव से जुड़े फैक्ट
- 15 पुलिस कर्मचारी घायल- एसपी का गनर, ड्रायवर और आरआइ शामिल
- 177 आंसू गैस के गोले छोड़े गए
- 10 हजार उपद्रवियों की भीड़
- 35 आवाजी कारतूस चलाए गए
- 03 हजार का पुलिस फोर्स था मौजूद
- 70 पीएम ड्यूटी पर भोपाल गए थे
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उपद्रव के लिए पुलिस-प्रशासन इसलिए जिम्मेदार
- प्रशासन: मिहिर भोज जैसे संवेदनशील मुद्दे के बावजूद प्रशासन ने दस हजार गुर्जरों को जुटने की अनुमति क्यों दी? कागजों में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जो मैदान में क्यों नहीं दिखे?
- पुलिस: जब दस हजार भीड़ जुटने का इंटेलिजेंस था फिर उसके अनुरूप पुलिसबल क्यों नहीं लगाया? मंच से जब शहर जलाने के भाषण दिए जा रहे थे तभी उपाए क्यों नहीं किए?