नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। एक हजार बिस्तर अस्पताल के मेडिसिन विभाग आइसीयू में बीते रोज जूनियर डाक्टरों द्वारा मृत युवक के भाइयों से बेरहमी से मारपीट किए जाने के मामले की जांच कर रही समिति अब तक रिपोर्ट पेश नहीं कर पाई है। मामले को छह दिन बीत चुके हैं, जबकि जांच रिपोर्ट एक दिन में सौंपने के निर्देश दिए गए थे। जबकि जूनियर डाक्टरों द्वाारा मृत युवक के भाइयों से की गई मारपीट मामले का वीडियो बहुप्रचारित हो चुका है।
इसके बाद भी जांच समिति अब तक न जांच पूरी कर सकी है न ही मारपीट करने वाले जूनियर डाक्टरों की पहचान कर पाई है। इससे लगता है कि मामले को ठंडे बस्ते में डालने का काम किया जा रहा है। जयारोग्य अस्पताल के संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डा. सुधीर सक्सेना ने कहा कि समिति ने जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए दो दिन का समय और मांगा है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एक हजार बिस्तर अस्पताल में 14 जुलाई को चीनौर के शेखूपुरा गांव निवासी 35 वर्षीय पुरुषोत्तम बघेल को सर्पदंश के बाद इलाज के लिए मेडिसिन विभाग के आइसीयू में लेकर स्वजन पहुंचे थे। यहां जूनियर डाक्टरों ने परीक्षण कर युवक को मृत घोषित कर दिया। साथ ही पोस्टमार्टम कराने के लिए स्वजन से कहा। इस बात को लेकर जूनियर डाक्टर व स्वजन के बीच विवाद हो गया और जूनियर डाक्टरों ने मृत युवक के भाइयों को कमरे में बंद कर जमकर पीटा।
मामले की जांच के लिए अधीक्षक डा. सक्सेना ने मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डा. सुषमा त्रिखा को निर्देश दिए थे। डा. त्रिखा के नेतृत्व में जांच कर रही कमेटी शुक्रवार तक जूनियर डाक्टरों के बयान दर्ज नहीं कर पाई। ऐसे में जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए दो दिन का समय मांगा गया है।