नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। बहोड़ापुर स्थित लक्ष्मीपुरम में हवलदार रामवीर सिंह तोमर के भाई रामस्वरूप की गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपित गौरव तोमर रात करीब तीन बजे मुठभेड़ में पकड़ा गया। उसे पुलिस ने शंकरपुर के जंगल में घेर लिया। जहां गौरव ने पुलिस को देखकर गोली चलाई। पुलिस ने भी जवाबी गोली चलाई। एक गोली उसके पैर में लगी। इसके बाद उसे पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची। उसे जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके तीन और साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह प्लाट को लेकर हुआ विवाद है।
रामस्वरूप सिंह तोमर के बड़े बेटे निखिल तोमर की गौरव ताेमर, अंकित शर्मा, अजय धाकड़ और सोमेश शर्मा से दोस्ती थी। इनसे दोस्ती के चलते रामस्वरूप ने अपने बेटे को घर से निकाल दिया था। रामस्वरूप इन चारों पर बेटे को बिगाड़ने का आरोप लगाते थे। कुछ दिन पहले अजय धाकड़ के घर के सामने स्स्थित यहां छोटे बेटे अंकित के सामने ही रामस्वरूप के सिर में पिस्टल से गोली मार दी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। यहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस गौरव व उसके साथियों की तलाश में लगी थी।
रात को उसे शंकरपुर के जंगलों में घेर लिया। यहां उसने उसी पिस्टल से पुलिस पर गोली चलाई, जिससे रामस्वरूप की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने जब गोली चलाई तो एक गोली गौरव के पैर में लगी। गोली लगने के बाद वह गिर पड़ा। उसे तुरंत पुलिस पार्टी अस्पताल ले गई। पुलिस पर गोली चलाने के मामले में भी उस पर एफआइआर दर्ज की जा रही है। अंकित, अजय और सोमेश शर्मा भी पकड़े गए हैं।
अस्पताल में पुलिस अधिकारियों को देखकर गौरव रोने लगा। गौरव रोते हुए बोल रहा था- गलती हो गई। गुस्से में गोली चल गई। इस गलती ने सबकुछ बर्बाद कर दिया।
अजय धाकड़ के घर के सामने जो प्लाट है। उसे रामस्वरूप ने खरीद लिया था। इसे गौरव खरीदकर बेचना चाहता था। रामस्वरूप को इस प्लाट को खरीदने से रोका भी था, लेकिन वह नहीं माना। इससे विवाद बढ़ गया। शुक्रवार को फोन पर इसी बात पर बहस हुई। इसके बाद आमना-सामना हो गया और गौरव ने गोली मार दी।
रामस्वरूप तोमर की गोली मारकर हत्या करने वाले को पकड़ लिया है। शंकरपुर के पास जंगल में उसने पुलिस पर फायरिंग की। जवाब में गोली चलाई। एक गोली उसके पैर में लगी है।
जितेंद्र सिंह तोमर, थाना प्रभारी, बहोड़ापुर