
Gwalior News:ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिध)। हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में पूर्व विधायक प्रवीण पाठक के भाई प्रशांत पाठक पर विधानसभा चुनाव के दौरान लगे अपहरण और डकैती के मामले में एफआइआर निरस्त करने की याचिका दायर की गई है। जिस याचिका पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिए हैं। बता दें कि विधानसभा चुनाव के मतदान की पूर्व रात में ग्वालियर दक्षिण के कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक प्रवीण पाठक के भाई प्रशांत पाठक अपने कार्यकर्ताओं के साथ घूम रहे थे तभी उन्हें सूचना मिली कि भाजपा के कुछ नेता जनता को पैसे और सामान बांटकर प्रलोभन दे रहे हैं। जानकारी मिलने पर कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और मौके पर मिले दीपू जाट को पकड़कर चेकिंग की तो उसके पास कुछ लिफाफे और भाजपा की प्रचार सामग्री भी मिली थी। हालांकि बीती रात पुलिस ने दीपू जाट की रिपोर्ट पर पूर्व विधायक प्रवीण पाठक के भाई प्रशांत पाठक सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण और डकैती का मामला दर्ज कर लिया था।
उपनगर ग्वालियर में युवक पर गोलियां चलाकर दहशत फैलाने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से 32 बोर की पिस्टल और बाइक भी बरामद हुई है। इन बदमाशों ने युवक के भाई को पीटा, फिर उसे दोबारा तलाशने घर पहुंचे। जब युवक ने उसके घर पर न होने की बात कही तो गोलियां चलाई थी। इस मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास की एफआइआर दर्ज की थी। उपनगर ग्वालियर स्थित चंदननगर में रहने वाले पवन गिरी के छोटे भाई करण से दीपू कुशवाह का झगड़ा हो गया था। 18 मार्च को उसकी मारपीट की गई। दीपू और उसके साथी शुभम कुशवाह, रीतेश उर्फ नीतेश कुशवाह दोबारा उसके घर पहुंच गए। यहां पवन घर के दरवाजे पर खड़ा था, तभी उससे उसके छोटे भाई के बारे में पूछा। जब पवन ने छोटे भाई के घर पर न होने की बात कही तब इन लोगों ने गोलियां चलाई। पवन बाल-बाल बच गया। उसके घर के दरवाजे और दीवार में गोली जा धंसी। इसके बाद बदमाश भाग गए। पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास की एफआइआर दर्ज की थी। आरोपितों की तलाश के लिए टीम लगाई गई। गुरुवार को आरोपित पकड़े गए। तीनों आरोपितों के पास से घटना में उपयोग की गई पल्सर बाइक एमपी07 वाय 6062 बरामद हो गई है। पिस्टल भी मिल गई है।