-25 फरवरी को बाल भवन में बच्चों के साथ बाल भवन के कर्मचारी ने की थी मारपीट
Gwalior News:ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। बाल भवन में मासूमों के साथ मारपीट करने वाले कर्मचारी बलवीर के खिलाफ कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के पत्र के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। यह हैरानी की बात है कि बाल सरंक्षण के मामले में इतनी बेपरवाही प्रशासन की ओर से हुई है। वहीं चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति पीड़ित बच्चों के बयान ले चुकी है। बाल कल्याण समिति की आेर से भी पत्र लिखा गया है। इस पूरे केस में यह भी चिन्हित कर लिया गया है कि किस बच्चेे को लात मारी और किसके बाल खींचे गए थे।
ज्ञात रहे कि 25 फरवरी को बाल भवन में संस्था हार्टबीट फाउंडेशन और जिला बाल सरंक्षण इकाई की ओर से बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। यहां स्ट्रीट चिल्ड्रन को पढ़ाने का कार्य किया जाता है। यह संस्था आलोक बेंजामिन की है। यहां पदस्थ माली का काम करने वाले कर्मचारी बलवीर ने बच्चों को भगाने के मकसद से उनके साथ मारपीट कर दी। सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति के सदस्य मौके पर पहुंचे और जांच की। इस मामले में बाल भवन प्रबंधन की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं। जिस माली ने बच्चों के साथ मारपीट की थी वह रोज डयूटी पर आ रहा है। घटना के समय अधिकारियों ने दावा किया था कि उसपर कार्रवाई की जाएगी और वह कहीं और भेजा जाएगा। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
राजपायगा में फूटी लाइन सड़क पर बहा पानी
शहर के राजपायगा मार्ग को स्मार्ट रोड बनाने के लिए खुदाई की जा रही है। रविवार दोपहर जेसीबी से सड़क खुदाई के दौरान अमृत योजना के तहत डाली गई पानी की लाइन फूट गई है, जिस कारण लाइन में भरा पानी सड़क पर व्यर्थ बह गया। सड़क पर पानी भरने के कारण खुदाई का कार्य भी बंद करना पड़ा। शाम को नगर निगम के पीएचई अमले ने मौके पर पहुंचकर पाइप लाइन को जोड़ा।