Gwalior Panchakalyanak Mahotsav: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। फूलबाग मैदान में बीते छह दिन चले पंचकल्याणक महोत्सव के समापन हो चुका है। रविवार को मुनिश्री विहर्ष सागर एवं विजयेश सागर महाराज के सानिध्य में भगवान धर्मनाथ और मुनिसुव्रतनाथ सहित अन्य प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमाओं को स्थापित किया गया। तानसेन नगर स्थित धर्मनाथ दिगंबर जैन जिनालय एवं शिंदे की छावनी डोंगरपुर स्थित भगवान मुनिसुव्रतनाथ जैन मंदिर में इन प्रतिमाओं की स्थापना की गई। रविवार को मुनिश्री के सानिध्य में फूलबाग से तानसेन नगर तक गाजे-बाजे के साथ वाहनों में सभी प्रतिमाओं को शोभायात्रा धर्मनाथ दिगंबर जैन जिनालय तक निकाली गई। शोभायात्रा मंदिर पर पहुचने पर मुनिश्री एवं प्रतिष्ठाचार्य पंडित अजित कुमार शास्त्री ने विधि विधान से वेदी में भगवन धर्मनाथ व अन्य प्रतिमाएं विराजित की गईं।
फूलबाग से मुनिसुव्रतनाथ भगवान की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा फूलबाग से गुरुद्वारा रोड, नदी गेट, भारत टाकीज, शिंदे की छवानी से डोंगरपुर स्थित मुनिसुव्रतनाथ जैन मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में महिला बैंड ओर उदयपुर बैंड के भजनों पर महिला बालिकाएं भक्ति नृत्य करती हुई चल रही थीं। शोभायात्रा में जगह जगह रंगोली सजाकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ की आरती उतारी गई। वाहनों पर भगवान मुनिसुव्रतनाथ सहित प्रतिमाओं को इंद्र पकड़े हुए थे। मंदिर में भगवान की प्रतिमा की स्थापना मुनिश्री ओर प्रतिष्ठाचार्य पं.अजित कुमार शास्त्री द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ कराई गई।
जगह-जगह हुआ पूजनः शाेभायात्रा जिस मार्ग से भी निकली, वहां श्रद्धालुआें की भीड़ लग गई। लाेगाें ने पूजा अर्चना कर मुनिश्री का आशीर्वाद भी लिया। शाेभायात्रा के दाैरान कई जगह यातायात व्यवस्था भी बधित हुई। हालांकि ट्रैफिक पुलिस की माैजूदगी के कारण जल्द ही यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से बहाल हाे गई।