
Gwalior Patwari strike News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। 24 घंटे फील्ड में रहता है पटवारी बड़ा अधिकारी आ जाए तो उसकी सेवा में और मंत्री अवसर आ जाए तो उनकी सेवा में ड्यूटी में जुटा रहता है बावजूद इसके सर्वाधिक कम करने के बाद भी पटवारी को सिर्फ 258 रुपए मकान का किराया महीने भर में दिया जाता है और पेट्रोल के सिर्फ 300 आखिर इस महंगाई के युग में कैसे हमारा गुजारा होगा दो बार मुख्यमंत्री ने और राजस्व मंत्री ने आश्वासन का झुनझुना तो पकड़ा दिया, लेकिन मांगे नहीं मानी।
यही वजह है कि 28 अगस्त से पटवारी ने कलम बंद हड़ताल जारी है और यह तब तक चलेगी जब तक सरकारों की मांगे नहीं मान लेगी। गुरूवार को यह पीड़ा हड़ताल के दौरान पटवारियों की थी। पूरे मध्यप्रदेश में पटवारियों की हड़ताल: जिला पटवारी संगठन के अध्यक्ष निशांत शर्मा ने बताया की अनिश्चितकालीन हड़ताल अकेले ग्वालियर में नहीं है, पूरे मध्य प्रदेश में चल रही है।
मुख्य वजह यह है कि सन 1998 से जो 2100 ग्रेड पे मिलता था वही ग्रेड पे आज भी पटवारी को दिया जा रहा है सन 2003 में यह ग्रेड पे बढ़ाना था, लेकिन हर बार पटवारी की ग्रेड पे को बढ़ाने को लेकर सरकार ने मौन साध लिया। जिला अध्यक्ष निशांत शर्मा ने बताया कि जब 2007 में सनावद में सम्मेलन हुआ था उसे दौरान पटवारी को आश्वासन मिला था कि उनकी मांगे मान ली जाएगी उन्हें 2800 ग्रेड पर मिलेगा, लेकिन पटवारी की कोई सुनवाई नहीं हुई।