Gwalior Railway News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। पुरी से ऋषिकेश जा रही डाउन उत्कल एक्सप्रेस के जनरल कोच में गंदगी व कोच में पंखे नहीं चलने से गर्मी से परेशान मुसाफिरों ने ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही कोच में पहुंचे डिप्टी एसएस ने कोच के टॉयलेट की सफाई कराई व बिजली आपूर्ति बहाल कराई। उसके बाद ही यात्रियों का गुस्सा शांत हो सका और ट्रेन दस मिनट की देरी से आगरा के लिए रवाना हो सकी।
मिली जानकारी के अनुसार 08479 डाउन उत्कल एक्सप्रेस के जनरल कोच डी-3 में सफर कर रहे यात्री कोच के टायलेट में गंदगी व पंखे नहीं चलने से गर्मी से परेशान हो रहे थे। इस मामले की शिकायत यात्रियों ने झांसी डिप्टी एसएस से भी की थी। लेकिन झांसी में यात्रियों से कहा गया कि ग्वालियर में सफाई व बिजली व्यवस्था ठीक हो जाएगी। ट्रेन आज सुबह जब ग्वालियर पहुंची तो सफाई के लिए कोई भी कर्मचारी कोच में नहीं पहुंचा तो मुसाफिरों का गुस्सा भड़क गया और यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। मुसाफिरों का कहना था कि जब तक सफाई व पंखे चालू नहीं होंगे वे ट्रेन को आगे नहीं चलने देंगे। यात्रियों के हंगामा की सूचना मिलते ही कोच में पहुंचे डिप्टी एसएस ने तत्काल कोच की सफाई के साथ बिजली आपूर्ति शुरू कराई उसके बाद ही उत्कल एक्सप्रेस आगे के लिए रवाना हो सकी।
ट्रेन में सफर के दौरान महिला की बिगड़ी तबियत: सोमवार-मंगलवार की दरमियानीरात पठानकोट एक्सप्रेस में सफर कर रही में महिला की आगरा से ट्रेन में सवार होने के बाद अचानक तबियत बिगड़ती देख कोच टीटी ने तत्काल कंट्रोल रुम को सूचना देकर ग्वालियर में डॉक्टर उपलब्ध कराने का मैसेज दिया। ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर कोच में पहुंची महिला रेल डॉक्टर रंजना सिंह ने महिला का चेक अप कर दवा दी। आराम मिलने पर महिला परिजनों के साथ आगे की यात्रा के लिए रवाना हो गई। पठानकोट दस मिनट की देरी से ग्वालियर से झांसी के लिए रवाना हो सकी। डिप्टी एसएस कार्यालय ग्वालियर से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात आगरा निवासी जेनिफर पठानकोट एक्सप्रेस से आगरा से दादर जाने के लिए परिजनों के साथ स्लीपर कोच एस-4 में सवार हुई थी। धौलपुर के बाद महिला के जेनिफर के पेट में तेज दर्द होने से उसकी तबियत बिगड़ती देख कोच टीटी ने तत्काल कंट्रोल कोसूचना दी। ट्रेन के ग्वालियर पर रेल चिकित्सक ने महिला का चैकअप कर दवा दो। दवा से आराम मिलने से आराम मिलने के बाद परिजन महिला को मुंबई में इलाज कराने की बात कहकर आगे के लिए रवाना हो गए।