नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। पंजाब के शंभू रेलवे स्टेशन बार्डर पर किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त कर स्टेशन से हटने की घोषणा की है। इसके बावजूद पंजाब व जम्मू-कश्मीर की ओर से आने वाली ट्रेनें शनिवार को घंटों की देरी से ग्वालियर पहुंचीं। शनिवार को छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 7:20 घंटे, झेलम एक्सप्रेस 3:02 घंटे, उत्कल एक्सप्रेस 2:34 घंटे, सचखंड एक्सप्रेस लगभग पांच घंटे की देरी से ग्वालियर पहंची। गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा समस्या इन ट्रेनों के स्लीपर कोच में बैठे यात्रियों को हुई। हालांकि रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि एक-दो दिन में ट्रेनों के संचालन में सुधार हो जाएगा।
गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन के कारण दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर की ओर से ग्वालियर आने वाली ट्रेनों को पिछले एक माह से परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा था। इसके चलते कई ट्रेनें 24 घंटे से भी अधिक देरी से संचालित हो रही थीं। मधिरा स्टेशन पर नहीं रुकेगी अंडमान एक्सप्रेस: दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद मंडल में तीसरी लाइन पर ट्रेनों का संचालन के लिए इंटरलाकिंग का कार्य किया जा रहा है।
इसके चलते वैष्णोदेवी धाम कटरा से चेन्नई तक जाने वाली अंडमान एक्स. का संचालन प्रभावित होगा। यह ट्रेन आगामी तीन दिन मधिरा स्टेशन पर नहीं रुकेगी। झांसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया, सिकंदराबाद मंडल के मधिरा-तोंडलगोपावरम स्टेशनों के बीच तीसरी लाइन का काम पूरा होने के बाद यहां रेल संचालन शुरू करने के लिए नान इंटरलाकिंग कार्य किया जा रहा है। आगामी 26 से 29 मई तक ट्रेन का मधिरा स्टेशन पर ठहराव रद किया गया है।
वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी से ग्वालियर होकर अब ताज एक्सप्रेस का संचालन पांच माह बाद नई दिल्ली तक शुरू कर दिया गया है। अभी तक यह ट्रेन दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन तक ही जा रही है, लेकिन अब इसे अपने निर्धारित रूट यानी नई दिल्ली तक संचालित किया जा रहा है। इसके चलते यात्रियों को सहूलियत होगी। गत एक दिसंबर से सर्दी के मौसम में कोहरे को देखते हुए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर ताज एक्सप्रेस को वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली के बजाय ग्वालियर से हजरत निजामुद्दीन के बीच संचालित किया जा रहा था। इसके तीन माह बाद गत दो मार्च को ताज एक्सप्रेस का संचालन झांसी तक किया गया, लेकिन दूसरे छोर पर ट्रेन नई दिल्ली तक नहीं जा रही थी। यात्रियों की लंबे समय से मांग थी कि ताज एक्सप्रेस का संचालन नई दिल्ली तक किया जाए।