Gwalior Railway News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। दीपावली के त्यौहार के अवसर पर तत्काल टिकट के साथ ही वीआइपी कोटा और आइआरसीटीसी की यूजर आइडी पर रेलवे विजिलेंस की निगरानी रहेगी। वीआइपी कोटा की व्यवस्था में दलालों की सेंधमारी न हो और एजेंट लागिन के बजाय सामान्य आइडी बनाकर आइआरसीटीसी से टिकट बुक कराने के मामले में भी विजिलेंस नजर रखेगी। वीआइपी कोटा पर यात्रा करने वाले यात्रियों से विजिलेंस पूछताछ भी कर सकती है। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है, तो संबंधित पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
दीपावली का त्योहार आगामी 12 नवंबर को है। सालभर के इस त्योहार के चलते ट्रेनों में भीड़ बढ़ेगी। यात्रियों की भीड़ बढ़ते ही टिकट की कालाबाजारी करने वाले गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। यह गिरोह जनरल और तत्काल आरक्षण टिकट की कालाबाजारी करते हैं। लगभग सभी ट्रेनों में वीआइपी कोटे की बर्थ आरक्षित होती हैं। यह बर्थ रेलवे में आन ड्यूटी जाने वाले अधिकारियों, सांसद, केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री, सुप्रीम कोर्ट व हाइकोर्ट के न्यायाधीश व विशिष्ट नागरिकों को दी जाती हैं। इनमें से कोई नहीं होने पर यह बर्थ वेटिंग वाले यात्रियों को दी जाती है। वीआइपी कोटे पर दलालों की नजर होती है। अब रेलवे की विजिलेंस टीम वीआइपी कोटे पर नजर रखने जा रही है। विजिलेंस टीम वीआइपी कोटे में आवंटित बर्थ वाले यात्री के बारे में जानकारी रेलवे अधिकारी से लेगा और उनसे फोन कर पूछताछ करेगा। संदेह होने पर कार्रवाई कर सकता है। रेल प्रशासन ने जनरल व तत्काल आरक्षण टिकट की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए आरपीएफ और टीटीइ की विशेष टीम भी बनाई है। टीम आरक्षण बुकिंग काउंटर, साइबर कैफे, आइआरसीटीसी के बुकिंग सेंटर पर निगरानी रखेगा। इसके अलावा इस बार सीआइबी व आरपीएफ ने टिकट दलालों के साथ यात्रियों द्वारा अपनी आइआरसीटीसी की आइडी से बन रहीं टिकटों पर भी निगरानी रखी है। इसे दिल्ली स्थित मुख्यालय से नियंत्रित किया जा रहा है।