
Gwalior Railway News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। अमृतसर से नांदेड़ जा रही नांदेड़ एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार एक महिला सफर के दौरान लापता हो गई। इससे उनके साथ यात्रा कर रहे रिश्तेदारों में हड़कंप मच गया। ग्वालियर में ट्रेन रुकने पर महिला के मौसेरे भाई ने जीआरपी थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है। जीआरपी ने एफआइआर दर्ज कर मुरैना, धौलपुर आदि स्टेशनों की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला की तलाश करना शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक अमृतसर निवासी राजेंदर सिंह अपनी मौसेरी बहन बिजेंदर के साथ नांदेड़ जा रहे थे। राजेंदर के साथ उनकी पत्नी भी थी और उनका आरक्षण ट्रेन के थर्ड एसी कोच बी-2 में था। दोपहर के समय जब ट्रेन आगरा स्टेशन से निकली तो राजेंदर और उनकी पत्नी की नींद लग गई। मुरैना से ट्रेन चलने पर जब उनकी नींद खुली तो देखा बहन ट्रेन से लापता है। उन्होंने पहले तो डिब्बे में ही उन्हें ढूंढा, लेकिन जब बिजेंदर नहीं मिली, तो ग्वालियर आने पर जीआरपी थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। राजेंदर ने बताया कि बिजेंदर मानसिक रूप से अस्वस्थ है, इस कारण वह ट्रेन से उतर सकती है।
एसी इकानोमी कोच में नहीं मिलेंगे बेडरोलः रेलवे द्वारा गत 10 मार्च को ट्रेनों के एसी कोच में सवार यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध कराने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन एसी इकानोमी कोच में अब यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे। रेलवे के अफसरों ने काफी मंथन करने के बाद यह निर्णय लिया है और इसका एक लिखित आदेश भी जारी कर दिया है। इस आदेश के मुताबिक इन कोचों में स्मार्ट हीटिंग, वेंटिलेशन एवं एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगा है। इसके चलते डिब्बों का तापमान नियंत्रित रहता है। ऐसे में इन डिब्बों में यात्रियों को बेडरोल नहीं दिए जाएंगे। इन डिब्बों के टिकट से जल्द ही बेडरोल का शुल्क हटा लिया जाएगा।