Gwalior Railway Station News: प्रियंक शर्मा. ग्वालियर।ग्वलियर रेलवे स्टेशन की इमारत बाहर से देखने में किला जैसी नजर आती है। इसका निर्माण वर्ष 1986 में तत्कालीन रेल मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया ने कराया था। उस समय यह देश के चुनिंदा स्टेशनों में शुमार था। इसका मास्टर प्लान तैयार कर, उसके आधार पर निर्माण कराया गया था। अब इसे 442 करोड़ रुपये की लागत से एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाले स्टेशन में तब्दील किया जा रहा है। रेलवे के अफसर इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं कि इमारत का हेरिटेज स्वरूप पूरी तरह बरकरार रहे।
स्टेशन को भव्य स्वरूप में परिवर्तित करने की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इस स्टेशन के पुनर्विकास में रुचि लेते हुए डिजाइन में बदलाव करने को कहा है। इसके तहत अब स्टेशन पर यात्रियों के लिए 90 मीटर लंबे और 72 मीटर कानकोर्स क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा। यह ऐसा केंद्रीय क्षेत्र होगा, जहां यात्री आराम से बैठकर अपनी ट्रेन का इंतजार करेंगे। यह कानकोर्स क्षेत्र स्टेशन के सभी प्लेटफार्म से जुड़ा होगा। ट्रेन आने पर यात्री यहां से एस्कलेटर के जरिए प्लेटफार्म पर उतर जाएंगे। इससे प्लेटफार्म पर हर समय दिखने वाली यात्रियों की भीड़ नजर नहीं आएगी। कमोबेश यही स्थिति कटरा (जम्मू-कश्मीर) स्टेशन पर नजर आती है। स्टेशन पर कामर्शियल काम्प्लेक्स भी होगा, जहां से यात्री अपनी जरूरत का सामान खरीद सकेंगे। इसके अलावा रेस्टोरेंट भी तैयार किया जाएगा, जहां बैठकर यात्री तरह-तरह के व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।
बादलनुमा बनेगी आकर्षक छतग्वालियर रेलवे स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए दो अलग-अलग भव्य द्वार बनाए जाएंगे। नई इमारत की छत को बादलों जैसा तैयार किया जाएगा। आसमान की तरफ देखने पर जिस तरह से कुछ बादल पास नजर आते हैं और कुछ दूर। इसी तरह से छत की डिजाइन भी होगी। यह एक सपाट छत के बजाय घुमावदार होगी, जिससे यात्रियों को भव्यता का अहसास होगा। इसके अलावा तानसेन रोड और रेसकोर्स रोड को आपस में जोड़ने के लिए दो फुटओवर ब्रिज तैयार किए जाएंगे। ये ब्रिज इन दोनों रोड से जुड़े रहेंगे।
21 लिफ्ट और 19 एस्कलेटर लगेंगे
स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए 21 लिफ्ट और 19 एस्कलेटर लगाए जाएंगे। ये सभी कानकोर्स एरिया और प्लेटफार्म से कनेक्ट रहेंगे। चूंकि स्टेशन पर कुल छह प्लेटफार्म तैयार करने का प्रविधान किया गया है, इस कारण प्रत्येक प्लेटफार्म पर तीन लिफ्ट और तीन एस्कलेटर होंगे। बाकी लिफ्ट और एस्कलेटर सामान लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। इससे यात्रियों को प्लेटफार्म पर ज्यादा पैदल भी नहीं चलना पड़ेगा।
नए स्टेशन पर नहीं सुनाई देगा- यात्रीगण कृपया ध्यान दें.
नया स्टेशन तैयार होने के बाद रेलवे के प्रचलित अनाउंसमेंट सिस्टम में भी बदलाव किया जाएगा। अब यहां यात्रीगण कृपया ध्यान दें..से शुरू होने वाले ट्रेन के अनाउंसमेंट नहीं सुनाई देंगे। इसके स्थान पर अंग्रेजी और हिंदी भाषा में अलग-अलग अनाउंसमेंट किया जाएगा। इसमें ग्वालियर के इतिहास व यहां के मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में यात्रियों को बताया जाएगा। साथ ही ग्वालियर से जुड़ी रोचक जानकारियां भी यात्रियों के साथ साझा की जाएंगी।