
Gwalior ROB News: ग्वालियर(नप्र)। विवेकानंद नीडम आरओबी पर रेलवे ने गुरुवार को भी दो घंटे का मेगा ब्लाक लेकर तीन गार्डर और लान्च कर दिए। इस दौरान दोपहर दो से शाम चार बजे तक दो क्रेनों के माध्यम से गार्डर लान्च किए गए। बीते बुधवार को भी तीन गार्डर चढ़ाए गए थे। ऐसे में अब कुल छह गार्डर लान्च किए जा चुके हैं। सिर्फ दो गार्डर शेष बचे हैं, जिन्हें शुक्रवार को दो घंटे का ब्लाक लेकर लान्च किया जाएगा, इसके बाद रेलवे द्वारा गार्डर के ऊपर सड़क डालने से पहले गार्डरों के कनेक्शन और स्टील की चादर बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। अभी भी रेलवे को अपने हिस्से का काम करने में डेढ़ से दो माह का समय लगेगा।
गौरतलब है कि इस आरओबी का निर्माण अक्टूबर 2017 में शुरू हुआ था और इसका काम दिसंबर 2019 तक पूरा होना था। तमाम लेटलतीफी के बाद आरओबी के निर्माण को लेकर रेलवे के अधिकारी तारीख पर तारीख दे रहे थे। पहले यहां रेलवे को 60 मीटर हिस्से में काम करना था, लेकिन इसे बदलकर 36 मीटर कर दिया गया। रेलवे ने इसी साल आरओबी का निर्माण करने के लिए 30 जून को गार्डर कर दिया था, लेकिन डिजाइन में खामी होने से इसे वापस उतार लिया गया। इसके बाद अब 36 मीटर के गार्डर चढ़ाए जा रहे हैं। रेलवे के हिस्से का काम समाप्त होने के बाद यहां पीडब्ल्यूडी द्वारा अंतिम फिनिशिंग वर्क सहित अन्य कार्य कराए जाएंगे, जिनमें चार माह का समय लगेगा, इसके बाद ही इस आरओबी पर वाहन दौड़ सकेंगे।
विभिन्न जिलों में खुले नलकूप व बोरवेल में बच्चों के गिरने की दुखद दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने लोक हित में भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत अहम आदेश जारी किया है। उन्होंने इस प्रतिबंधात्मक आदेश के जरिए कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को जिले में एक ऐसा पोर्टल विकसित करने के आदेशित किया है, जिसमें नवीन नलकूप खनन की जानकारी, नलकूप खनन की मशीनों का पंजीयन और नलकूप खनन से जुड़े ठेकेदारों की जानकारी एवं जिले की सीमा के अंतर्गत सभी प्रकार के अनुपयोगी तथा खुले नलकूप-बोरवेल की जानकारी संकलित हो सके। संबंधित मकान मालिक, किसान, संस्था इत्यादि द्वारा खनित कराए गए ऐसे बोरवेल जिनका उपयोग नहीं किया जाता है। अथवा जिन बोरवेल में मोटर नहीं डली है व ढक्कन लगाकर बंद नहीं किए गए हैं।