Gwalior RTO News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। कोरोना संक्रमण का असर अब सार्वजनिक परिवहन में खत्म हो गया है। बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। शत प्रतिशत ट्रैफिक मिलने लगा है। इस स्थिति को देखते हुए अंचल के आपरेटरों ने नई बसें चलाने के लिए परिवहन विभाग से परमिट मांगे हैं। रीजनल ट्रांसपोर्ट अथोरिटी (आरटीए) के पास नए परमिट के 80 आवेदन आए हैं। इसमें ग्वालियर से दतिया, डबरा, दबोह, शिवुपरी, गुना, अशोकनगर के रूट पर बस चलाने के लिए परमिट की मांग की गई है। इन आवेदनों पर 23 सितंबर को सुनवाई होनी है।
कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल में बसों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। संक्रमण कम होने के बाद जून में बसों का संचालन शुरू हुआ था, लेकिन संक्रमण के डर से लोगों ने बसों से यात्रा करने में परहेज करना शुरू कर दिया था। इस कारण बसों को यात्री नहीं मिल रहे थे। 25 से 40 फीसद यात्रियों के साथ बसें चलानी पड़ रही थीं। इस कारण डीजल का खर्च भी नहीं निकल पा रहा था। आपरेटरों ने बसों को खड़ा कर दिया। बस चलाने पर घाटा सहन करना पड़ रहा था, लेकिन अब त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। संक्रमण भी न केबराबर है। इस कारण बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। बसों को 100 फीसद तक यात्री मिलने लगे हैं। इस कारण आपरेटरों ने 80 परमिट मांगे हैं।
जनवरी में हुई थी आरटीए की बैठक
जनवरी 2021 में आरटीए की बैठक हुई थी। उसके बाद से बैठक नहीं हुई। 23 सितंबर को दूसरी बैठक हो रही है। पहले ग्वालियर संभाग की बैठक है, उसके बाद चंबल संभाग की बैठक होगी।
- इस बैठक में परमिट पर दावे आपत्तियां सुनी जाएंगी। नए परमिट, समय बदलाव सहित अन्य समस्याओं पर सुनवाई होगी। 80 नए परमिट के आवेदन पर सुनवाई होगी। 31 बसों के समय परिवर्तन पर विचार किया जाएगा। कुल 138 आवेदनों पर विचार किया जाना है।
इनका कहना है
- कोविड संक्रमण के बाद पहली बैठक हो रही है। ग्वालियर व चंबल संभाग की बैठक अलग-अलग दिन होगी। नए परमिट के आवेदनों पर सुनवाई होगी।
एसपीएस चौहान, आरटीओ ग्वालियर