
Gwalior smart city News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर में स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार की गई ऐसी परियोजनाएं जो सैलानियों को आकर्षित कर सकें, उनका प्रचार अब मध्यप्रदेश का पर्यटन विभाग करेगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने पहल करते हुए पर्यटन विभाग से इस संबंध में चर्चा की थी। पर्यटन विभाग ने स्मार्ट सिटी से प्रस्ताव और परियोजनाओं की जानकारी मांगी है। इसमें स्मार्ट सिटी द्वारा अपनी आठ परियोजनाओं की जानकारी व विशेषताएं प्रेजेंटेशन के माध्यम से पर्यटन विभाग को भेज दी हैं। पर्यटन विभाग इन परियोजनाओं का विस्तृत ब्यौरा अपनी वेबसाइट सहित अन्य प्रकाशन सामग्री में भी करेगा, ताकि प्रदेश के अलग-अलग शहरों में आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों तक ज्यादा से ज्यादा इन परियोजनाओं की जानकारी पहुंच सके और शहर के पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
शहर में पर्यटन की दृष्टि से लोग ग्वालियर दुर्ग पर मौजूद ऐतिहासिक इमारतों के साथ ही जयविलास पैलेस, निगम संग्रहालय सहित आसपास मौजूद मितावली, पडावली, बटेश्वर, सूर्य मंदिर आदि स्थानों पर घूमने के लिए पहुंचते हैं। दूसरी ओर स्मार्ट सिटी ने अपनी टैगलाइन ‘विरासतों का संरक्षण, विकास का दर्पण’ के अंतर्गत पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शहर की कुछ ऐतिहासिक इमारतों के पुनरुद्धार के साथ ही नई तकनीक के जरिए पर्यटन की दृष्टि से नवाचार भी विकसित किया है। इन कार्यों का उद्देश्य पर्यटकों को आकर्षित करना है, लेकिन जब तक प्रदेश स्तर पर इनका प्रचार-प्रसार नहीं होगा, तब तक अपेक्षित संख्या में पर्यटक यहां नहीं पहुंचेंगे।
-ये हैं परियोजनाएं और उनकी विशेषता-
1-डिजिटल लाइब्रेरी
स्मार्ट सिटी द्वारा महाराजा बाड़ा स्थित केंद्रीय पुस्तकालय को डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में पुनर्विकसित किया गया है। इस पुस्तकालय में भारतीय संविधान की मूल प्रति मौजूद है। साथ ही विभिन्न विषयों की 88000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं। इस पुस्तकालय को आधुनिक तकनीक के जरिए आरएफआईडी स्कैन, पुस्तकों का डिजिटलाइजेशन, हाई एंड सिक्योरिटी के साथ विकसित किया गया है।
2-फसाड लाइटिंग
महाराज बाड़ा पर मौजूद सात अलग-अलग आर्किटेक्चर की इमारतों पर स्मार्ट सिटी ने फसाड लाइटिंग शुरू की है। शाम के समय जब ये लाइटें जगमगाती हैं, तो इन इमारतों का दृश्य देखने में बहुत अच्छा लगता है। पर्यटकों को भी इमारतों का लुक आकर्षित करता है। दूसरी ओर अब इन फसाड लाइटों को थीम आधारित किया गया है, जिसमें अब इन लाइटों का रंग भी बदलता रहता है।
3-अटल संग्रहालय
पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को संजोने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा गोरखी स्कूल परिसर में अटल संग्रहालय बनाया गया है। इस संग्रहालय में अटलजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को गैलरियों के माध्यम से दर्शाया गया है। इस संग्रहालय में अटलजी के विभिन्न समय के फोटोग्राफ, कविताओं के साथ ही उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाला सामान भी रखा गया है।
4-डिजिटल म्यूजियम एवं प्लेनेटोरियम
डिजिटल म्यूजियम में ग्वालियर की स्थापत्य कला, चित्रकला, खेल व मनोरंजन, सहरिया जीवन-शैली, परिधान, त्यौहार व जीवन-यापन और संगीत आदि को दर्शाया गया है। इसी परिसर में प्लेनेटोरियम बनाया गया है। इसके माध्यम से पर्यटक आकाशगंगा की वर्चुअल सैर कर सकते हैं। प्लेनेटोरियम के माध्यम से खगोलीय घटनाक्रम को डिजिटली देखने के साथ-साथ उनके बारे में जानकारी भी ले सकते हैं।
5-फसाड अपग्रेडेशन
स्मार्ट सिटी द्वारा शहर की ऐतिहासिक इमारतों का कायाकल्प किया गया है। यह ऐतिहासिक इमारतें अपने पुराने स्वरुप में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इनमे बाड़ा में नौ इमारतों का फसाड अपग्रेडेशन कर पुराने स्वरूप को वापस लौटाया गया है। इसमें टाउन हाल, एसबीआई मुख्य भवन, एसबीआई एटीएम, पोस्ट आफिस, महाराज जीवाजीराव प्रतिमा, गोरखी गेट, कृष्णा गेट, विक्टोरिया मार्केट और प्रेस बिल्डिंग हैं।
6-कारीगर कौशल विकास केंद्र
इस केंद्र को शिल्पियों के प्रशिक्षण केंद्र के रूप में पुन: विकसित किया गया है। यहां शिल्पियों के लिए कार्यस्थल उपलब्ध कराने के अलावा कला व शिल्प प्रदर्शनी के लिए भी उपयुक्त स्थल विकसित किया गया है। यहां पत्थर और लकड़ी काटने की मशीनें लगाने के साथ ही पूरे परिसर पर कलाकारों की सुविधानुसार विकसित किया गया है, ताकि इस केंद्र पर क्षेत्रीय कला और कलाकारों को बेहतर माहौल मिल सके।
7-कटोरा ताल एवं म्यूजिकल फाउंटेन
कटोराताल में म्यूजिकल फाउंटेन लगने से यह सैलानियों को बहुत पसंद आ रहा है। शाम को बड़ी संख्या में शहरवासी यहां पहुंचकर कटोराताल के सुंदर नजारे का आनंद लेते हैं। वहीं हेरिटेज थीम पर आधारित म्यूजिकल फाउंटेन शो में सैलानियों को हिंदी व अंग्रेजी में ग्वालियर के संगीतमयी इतिहास की पूरी जानकारी मिलती है। इसमें राजा मानसिंह से लेकर तानसेन तक की संगीत की यात्रा का उल्लेख किया जाता है।
8-टाउन हाल
एक समय नाटकघर के रूप में पहचाना जाने वाला टाउन हाल अब शहर में सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया है। स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन द्वारा इसे संवारकर कर फिर इसे भव्य स्वरूप प्रदान किया गया है। महाराज बाड़ा पर मौजूद इस इमारत में नाटकों से लेकर संगीत संध्या का आयोजन किया जा सकता है। इसके सभागार में सैलानियों के बैठने की भी व्यवस्था है। स्मार्ट सिटी ने इसे भी प्रचार के लिए भेजा है।