- 432 करोड़ से एयरपोर्ट जैसा बनेगा ग्वालियर स्टेशन, छठवां प्लेटफार्म भी होगा तैयार
-पहले 240 करोड़ रुपए का था प्रस्ताव, स्वरूप में भी होगा परिवर्तन
ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्वालियर के रेलवे स्टेशन को अब एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने का काम 240 के बजाय 432 करोड़ रुपये में होगा। यहां अब कुल छह प्लेटफार्म तैयार किए जाएंगे। पहले स्टेशन पर पांच प्लेटफार्म तैयार करने की योजना थी। इसके अलावा स्टेशन के स्वरूप में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। पूर्व में इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कार्पोरेशन (आइआरएसडीसी) द्वारा यह कार्य किया जाना था, लेकिन आइआरएसडीसी भंग होने के बाद ये जिम्मेदारी जोनल रेलवे को दी गई है। इस आधार पर अफसरों ने परियोजना का एस्टीमेट तैयार कर रेल मंडल झांसी भेज दिया है। वहां से इसे प्रयागराज स्थित मुख्यालय भेजा जाएगा। मुख्यालय से हरी झंडी मिलते ही स्टेशन के पुनर्विकास के लिए टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना वर्ष 2019 से चल रही है। इसके तहत वर्ष दिसंबर 2019 में आइआरएसडीसी ने रिक्वेस्ट फार कुटेशन जारी किया था। इसके तहत स्टेशन को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर विकसित किया जाना है। स्टेशन का पुनर्विकास करने वाली कंपनी को रेलवे द्वारा 9900 वर्गमीटर जमीन 99 वर्षों की लीज पर दी जाएगी, जिस पर वह व्यवसायिक व आवासीय निर्माण कर सकता है। इस स्टेशन की डिजाइन पूरी तरह से एयरपोर्ट सरीखी रखी गई थी, ताकि इसका दृश्य भव्य नजर आ सके और यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकें, लेकिन वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के लाकडाउन के चलते प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया था। इसी बीच 18 अक्टूबर 2021 को आइआरएसडीसी को बंद कर दिया गया और स्टेशनों के पुनर्विकास की जिम्मेदारी जोनल स्तर पर सौंप दी गई थी। इसी क्रम में प्रयागराज स्थित मुख्यालय के आदेश पर रेल अफसरों ने इस परियोजना का एस्टीमेट तैयार किया है। यह एस्टीमेट अब 432 करोड़ रुपये का हो गया है, साथ ही इसमें छठवें प्लेटफार्म का प्रावधान भी जोड़ा गया है। इसके अलावा स्टेशन के प्लेटफार्म पर लगने वाली टाइल्स व निर्माण सामग्री की गुणवत्ता में भी परिवर्तन किए गए हैं।
-काम नया, लेकिन ऐतिहासिक लुक रहेगा बरकरार-
भले ही रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए काम नया होगा, लेकिन इस दौरान स्टेशन के ऐतिहासिक लुक को बरकरार रखा जाएगा। इसके निर्देश केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दे चुके हैं। इसे हेरिटेज लुक पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ तीन द्वार तैयार होंगे। इसमें पहला द्वार सर्कुलेटिंग एरिया में प्रवेश से पहले होगा। दूसरे और तीसरे द्वारों को भव्य रूप दिया जाएगा। स्टेशन पर ग्वालियर के हेरिटेज से संबंधित हर चीज होगी।
-ये होंगे विशेष कार्य-
वर्तमान स्टेशन की इमारत के ऊपर आकर्षक छत बनाई जाएगी, जिसमें एक पोर्च होगा। यहीं से प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए स्वचालित सीढ़ियां और लिफ्ट होगी। सर्कुलेटिंग एरिया में तीन लेन की सड़क और पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ होगा। बस स्टैंड को स्टेशन से जोड़ने के लिए फुटओवर ब्रिज बनाने की भी योजना है। यहां यात्रियों को प्लेटफार्म पर ही खरीदारी की सुविधा भी मिल सकेगी, साथ ही रेस्टोरेंट तैयार करने की भी योजना है।
वर्जन
-एस्टीमेट तैयार हो गया है-
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 432 करोड़ रुपये का नया एस्टीमेट तैयार हो गया है। इसे मंजूरी के लिए अब मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही टेंडर जारी किए जाएंगे।
मनोज कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी रेल मंडल झांसी