Gwalior Train Passengers Goods News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने पिछले 15 दिनों में 10 यात्रियों का डेढ़ लाख रुपए कीमत का सामान सही-सलामत बरामद कर उनके सुपुर्द किया है। ये वह सामान है, जो यात्रियों से जल्दबाजी में भूलवश ट्रेन में या प्लेटफार्म पर छूट गया था। आत्महत्या करने के इरादे से रेलवे ट्रैक पर पहुंची तीन महिलाओं की जान भी आरपीएफ जवानों की मुस्तैदी से बच पाई। इसके अलावा मानसिक रूप से अस्वस्थ दो युवतियों को गलत हाथों में पड़ने से बचाकर आरपीएफ के जवानों ने उनके स्वजनों के सुपुर्द किया है।
आरपीएफ द्वारा लगातार यात्रियों का सामान रिकवर करने के साथ ही उनकी जान बचाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा चेन पुलिंग कर ट्रेनों के पहिए रोकने वाले यात्रियों पर भी आरपीएफ के जवान मुस्तैदी से कार्यवाही कर रहे हैं। पिछले 15 दिनों में आरपीएफ के जवानों ने दुर्ग सुपरफास्ट एक्सप्रेस, गोंडवाना एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, बांद्रा टर्मिनस सुपर फास्ट एक्सप्रेस, मंगला लक्ष्यद्वीप एक्सप्रेस सहित विभिन्न ट्रेनों में छूटे यात्रियों के बैग, मोबाइल, लैपटाप, चार्जर सहित अन्य कीमती सामान वापस कराया है। इसकी कीमत दो लाख रुपए बताई गई है। इसके अलावा यात्रियों द्वारा भूलवश छोड़े गए सामान में नगदी तक निकली है, जिसे आरपीएफ ने यात्री को वापस किया है। गत 13 अप्रैल को ही झेलम एक्सप्रेस से यात्री का सामान पटरियों पर गिर गया था, जिसमें 41 हजार रुपए नगद थे। आरपीएफ के जवानों ने यात्री की सूचना पर समय रहते इस सामान को बरामद कर लिया। इसके अलावा मंगला एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार यात्री कौशल थापा अपना बैग ट्रेन में ही छोड़ गया। इसे आरपीएफ के जवानों ने बरामद तो कर लिया, लेकिन यात्री वापस आकर बैग लेने की स्थिति में नहीं था। ऐसे में जवान यह बैग लेकर झांसी तक गए और यात्री के सुपुर्द किया।