Gwalior Vaccination News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। टीकाकरण से कर्मचारियों को हटाया तो टीकाकरण की रफ्तार भी घट गई। कर्मचारी कम होने से अब स्वास्थ्य केंद्र पर ही टीकाकरण हो पा रहा है। स्कूल,कालेज सहित ऐसे निजी स्थान जहां पर टीकाकरण कराया जा रहा था वह बंद करना पड़ा। अब न तो टीकाकरण के लिए कोई चलित अभियान चलाया जा पा रहा है और नहीं टीकाकरण को बढ़ा पा रहे हैं। असल में
प्रदेश सरकार टीकाकरण में लगे अनुबंधित कर्मचारियों का मेहनताना नहीं दे सकी। जिसके चलते कर्मचारियों ने भी काम करने अब कम रुचि दिखा रहे हैं। यही कारण से कि अब टीकाकरण केंद्र कम हो चुके हैं। क्योंकि हर दिन इन कर्मचारियों की खरीखोटी सुनते सुनते स्वास्थ्य अधिकारी भी तंग हो चुके हैं। जिसके चलते उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों पर ही टीकाकरण कराने का मन बना लिया है। पिछले एक सप्ताह से चंद केंद्रों पर ही टीकाकरण कराया भी जा रहा है। जिले में टीकाकरण केंद्रों की संख्या घटा दी गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि जो अनुबंध पर टीकाकरण में कर्मचारी लगाए गए थे उन्हें काफी दिनों से भुगतान नहीं हुआ है। इसलिए इन कर्मचारियों को अब टीकाकरण में शामिल नहीं किया जा रहा है। चुनिंदा स्वास्थ्य केंद्रों पर ही टीकाकरण रखा जाएगा। जो भी व्यक्ति टीका लगवाना चाहता है वह इन केंद्रों पर पहुंचकर टीकाकरण करा सकता है। कोरोना की तीसरी लहर कमजोर पड़ते ही सरकार का रवैया भी बदल बदला नजर आ रहा है। अनुबंध पर लगाए गए सभी कर्मचारियों को लगभग हटा दिया गया है। इसलिए महामारी से बचाव करने वाले कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की रफ्तार भी धीमी पड़ गई है। आलम यह है कि बीते रोज रविवार को महज 140 लोगों ने टीकाकरण कराया और आज महज 43 केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। जहां पर लोग पहुंचकर टीकाकरण करा भी रहे पर संख्या कम है। यह सभी केंद्र स्वास्थ्य केंद्रों पर ही संचालित किए जा रहे हैं। जिले में अबतक 17 लाख 21हजार 743 लोगों को पहला व 16 लाख 01 हजार 713 को दूसरा टीका लग चुका है। जबकि 42 हजार 122 लोगाें ने तीसरा टीका भी लगवा लिया है। जिले में कुल 33 लाख 61 हजार 578 टीका लगाए जा चुके हैं।