ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। कम दबाव के क्षेत्र के चलते शहर में तीसरे दिन भी रिमझिम बारिश जारी रही। इससे सुबह मौसम में ठंडक रही। जिससे गर्मी से राहत है। मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र ग्वालियर चंबल के ऊपर स्थिर हो गया है। जिससे सुबह से फुहारें गिर रही हैं। यह 24 घंटे में चक्रवातीय घेरे के रूप में कमजोर पड़ेगा। यह राजस्थान की ओर निकल जाएगा। दोपहर में भी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार शाम तक धूप निकल सकती है और 19 सितंबर को बारिश का दौर थम सकता है।
बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश, बुंदलेखंड में बारिश करते हुए दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर सक्रिय है। ग्वालियर-चंबल संभाग इस सिस्टम के काफी नजदीक है। इस कारण बारिश का सिलसिला नहीं रुका। गत दिवस अधिकतम तापमान सामान्य से 7.7 डिसे कम रहा। इससे पंखे की हवा में ठंड का अहसास हुआ। उसम से राहत मिल गई। मौसम विभाग ने 29 घंटे में 51.3 मिमी बारिश दर्ज की। यह सिस्टम पूरे जिले में प्रभारी रहा। डबरा, भितरवार, घाटीगांव व ग्वालिलयर में बारिश दर्ज हुई है। वहीं दूसरी ओर मानसून सीजन के 12 दिन शेष बचे हैं। औसत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए 69.8 मिमी बारिश की जरूरत है।
24 घंटे में पड़ जाएगा कमजोर
-कम दबाव का क्षेत्र 24 घंटे में कमजोर पड़ जाएगा। यह चक्रवातीय घेरे के रूप में बदलकर राजस्थान निकल जाएगा। इससे 19 सितंबर को आसमान साफ हो जाएगा। स्थानीय प्रभाव से हल्की बारिश के आसार रहेंगे।
- बंगाल की खाड़ी में 19 सितंबर को चक्रवातीय घेरा विकसित हो रहा है। इसी दिन से इस चक्रवातीय घेरे का असर दिखना शुरू हो जाएगा। 21 से 23 सितंबर के बीच ग्वालियर में फिर से मध्यम बारिश के आसार रहेंगे।
- मानसून सीजन 1 जून से 30 सितंबर के बीच रहता है। सीजन के 12 दिन शेष बचे हैं। औसत तक पहुंचने के लिए 69.8 बारिश की जरूरत है। 12 दिनों में चक्रवातीय घेरे से बारिश की उम्मीद है। मानसून ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति में आएगी, उससे भी बारिश होने की संभावना रहेगी। शहर की औसत बारिश 725.6 मिमी है।