ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। कृति द्वारा हरियाली से श्रृंगारित झांसी रोड पर स्थित हनुमान टेकरी श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास के केंद्र एक रमणीक स्थल भी है। यह लोग रियासतकालीन पवनपुत्र के दर्शनों के साथ-साथ योग, ध्यान व पिकनिक मनाने के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। इस पहाड़ी पर 25 हजार के लगभग वृक्ष हैं। यहां श्रद्धालु पितरों की स्मृति में पौधा रोपण भी करते हैं।
हनुमान टेकरी के प्रमुख पुजारी पंडित दिनेश शर्मा ने बताया कि स्टेट टाइम से इस पहाड़ी पर हनुमानजी विराजित है। यहां हनुमान के विग्रह स्थल से कोई छेड़छाड़ किए बगैर मंदिर का निर्माण किया गया है। हनुमान टेकरी के जानकी दुलारे के संबंध में मान्यता है कि यहां लगाई हर अर्जी पूर्ण होती है। ग्वालियर-डबरा रोड पर झांसी रोड थाने के ठीक ऊपर पहाड़ी पर हनुमान टेकरी है। इस टेकरी को श्रद्धा पर्वत का नाम भी लगभग डेढ़ दशक पूर्व दिया गया था, क्योंकि अतिक्रमण हटाओं के तहत नगर के प्रमुख मार्गों से हटाई गईं मूर्तियों को इसी पर्वत पर नगर निगम द्वारा रखवाया गया था। यह अलग बात है कि आज भी यहां मूर्तियां टीन शेड के नीचे हैं।
पहाड़ी पर चढ़ने का सर्पाकार रास्ता है। अच्छी बात है कि टेकरी पर फोरव्हीलर और दो पहिया वाहन से आसानी से पहुंचा जा सकता है। टेकरी पर पहुंचते ही यहां की हरियाली को देखकर नेत्रों को शीतलता और मन को सुकून मिलता है।
टेकरी पर पहुंचते ही सबसे पहले हनुमानजी के दर्शन होते हैं। पवनपुत्र के सामने ही उनके आराध्य श्रीराम का दरबार है। रामदरबार के साथ ही यहां देवाधिदेव महादेव शिवलिंग के रूप में विराजित है और द्वार पर नंदी महाराज विराजित है। इसके साथ ही गुरुस्थान भी है।
टेकरी पर पिछले दो वर्षों से अखंड रामायाण का पाठ अनवरत रूप से हो रहा है। यहां श्रद्धालु मन्नत पूरी होने पर अखंड श्रीरामायण का पाठ कराते हैं।
चारों तरफ हरियाली से सुसज्जित पहाड़ी पर नगरवासी बारिश के मौसम में पिकनिक मनाने के लिए आते हैं। खाना बनाने के लिए बरामदे का साथ पेयजल की पर्याप्त सुविधा है। इसके साथ मौन साधना का केंद्र भी है। यहां लोग घंटों बैठकर मौन साधना करते हैं। तिघरा रोड पर है पितर वन तिघरा बांध से कुछ ही दूरी पर पितर वन भी हैं। यहां श्रद्धालु पितर पक्ष में अपने पितरों की स्मृति पीपल, वटवृक्ष, नीम व फलदार पौधे लगाने के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि पितर पक्ष में पौधा रोपण करने से पितरों को शांति मिलती है।