- सवाल-जवाब : शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रवि अंबे ने किया अभिभावकों की समस्या का समाधान
- मौसम में आ रहे बदलाव के कारण भी छोटे बच्चे हो रहे बीमारियों के शिकार, समय पर लें परामर्श
ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। छोटे बच्चों के मन में हर वस्तु को छूकर महसूस करने की जिज्ञासा रहती है। यही वजह है, जब भी वे कुछ खाते हैं तो उससे पहले उसे छूते हैं। खाने के अलावा अन्य वस्तुओं को मुंह में ले जाने से बच्चों में आयरन और जिंक की कमी हो जाती है। इस कमी की वजह से उनके मन में खाने की लालसा बढ़ जाती है। इससे बच्चों के पेट में संक्रमण फैलने और उनके बीमार होने की आशंका रहती है। चाकलेट, जंक फूड देने से बच्चे खाना नहीं खाते। कुछ बच्चे टीवी देखते हुए खाना खाते हैं। यह जवाब था जीआरएमसी के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रवि अंबे का। वे नईदुनिया के हेलो डाक्टर कार्यक्रम के अंतर्गत एक बच्चे के अभिभावक की समस्या का समाधान कर रहे थे। डा. अंबे ने बच्चों से संबंधित बीमारियों का निदान और आवश्यक परामशर् दिया। उन्होंने बताया कि मौसमी बीमारी के चलते बच्चों में उल्टी, दस्त,डायरिया की शिकायत बढ़ती है। ऐसे में घरेलू और प्राथमिक उपचार ओआरएस घोल है। किसी भी नजदीकी दुकान से लेकर एक लीटर पानी में घोल मिलाकर छोटे बच्चों को चम्मच से पिलाएं। इससे उनके शरीर में आई पानी की कमी दूर होगी।
प्रश्न: मेरा दो साल का बेटे के हाथ में जो भी वस्तु आती है वह मुंह में ले जाता है। वह बीमार रहता है क्या कारण है? अंशुमन शर्मा और अमरजीत सिंह, कंपू
जबाव: एक से दो साल के बच्चों को जो भी वस्तु दिखाई देती है उसे वे छूना चाहते हैं। उनके मन में वस्तु को जानने और महसूस करने की जिज्ञासा रहती है। बच्चे आयरन व जिंक की कमी से मिट्टी, चाक या अन्य कोई भी वस्तु को चबाते हैं। इससे उनके पेट में संक्रमण का खतरा बढ़ता है। वे उल्टी और दस्त के शिकार हो जाते हैं, जिसे पायका रोग कहा जाता है। बच्चों को निगरानी में रखें। डाक्टर के परामर्श पर आयरन, जिंक की कमी को पूरा करने वाला टोनिक पिलाएं।
प्रश्न: पांच साल के बच्चे को उल्टी, दस्त हो रहे हैं क्या करें? बलवान सिंह सोलंकी, टीकमगढ़
जबाव: गर्मी और बारिश के मौसम में इस तरह की परेशानी अक्सर बच्चों को हो जाती हैं। अगर ऐसा होता है तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करें, क्योकि उल्टी और दस्त से शरीर में पानी की कमी आ जाती है। डाक्टर के पास नहीं जा रहे हैं तो बच्चे को ओआरएस घोल पिलाएं।
प्रश्न: बच्चे को पेट दर्द, दस्त और बुखार है क्या करें? कुलदीप यादव, ग्वालियर
जबाव: डायरिया की शिकायत इस मौसम में हो जाती है। दूषित पदार्थ पेट में पहुंचने से पेट दर्द, दस्त की शिकायत होती है। इसलिए बच्चों पर ध्यान रखें कि वह कोई ऐसी वैसी चीज न खाए, जो नुकसानदायक हो। बच्चे को ओआरएस घोल पिलाएं और डाक्टर के परामर्श पर बुखार की दवा दें। यदि जी मचलाता है तो उसे चूसने वाली गोली भी खिला सकते हैं।
प्रश्न: कूलर की सीधी हवा में बच्चों को लिटाने पर सर्दी, जुकाम व छींक आने के साथ शरीर पा लाल दाने आ जाते हैं, क्या करें? दीपेंद्र गुप्ता, राहुल पांडे, मुरार
जबाव: कुछ बच्चे एलर्जिक होते हैं। कुछ को एलर्जी की परेशानी माता पिता से आती है। जो सीधे हवा में लेटने पर बीमार हो जाते हैं। आपके बच्चो को यह परेशानी बदलते मौसम के कारण भी हो सकती है। कोशिश करें बच्चे को किसी बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। पैक्ड फूड का सेवन न कराएं।
प्रश्न: बच्चे को सर्दी, जुकाम,खांसी, बुखार व नाक बंद की परेशानी पिछले एक महीने से है क्या करें? धर्मेंद्र सिंह, बैराड़ और विमल शर्मा, छतरपुर
जबाव: मौसम की वजह से कई बच्चों को यह परेशानी हो रही है। इसे सामान्य माना जा सकता है। बच्चे की नाक में सिलाइन की बूंद डालकर रुई से साफ करें। बच्चों को टाफी, जंक फूड न दें। अगर फिर भी आपका बच्चा स्वस्थ नहीं हो रहा है तो एक बार डाक्टर से संपर्क करें।