- सबका एक मत: जनता के लिए खोलना चाहिए
ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। वीर सावरकर सरोवर (कटोराताल) के पुनरुद्धार का कार्य पूरा हो चुका है। सरोवर में लगाए गए म्यूजिकल फाउंटेन का ट्रायल सफल रहा है। इसके बावजूद स्मार्ट सिटी प्रबंधन द्वारा कटोराताल के मुख्यद्वार पर ताला लगाया हुआ है। इस कारण जनता को संगीत की धुनों पर चलने वाले फव्वारे को देखने के लिए ताकझांक करना पड़ रही है। इस विषय को लेकर नईदुनिया ने 18 फरवरी को थिरक रहा फव्वारा, जनता दूर से देख रही नजारा शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद 19 फरवरी को अफसरों के बहाने बेकार, सौगात देने माननीय भी तैयार शीर्षक से खबर प्रकाशित की। शनिवार को आखिरकार जनता ने मुख्यद्वार का ताला खोल दिया और ट्रायल के दौरान शास्त्रीय संगीत पर थिरक रहे फव्वारे का आनंद लिया। इस संबंध में स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह का कहना है कि फव्वारे को जनता के लिए खोलने में दो दिन का समय और लगेगा।
स्मार्ट सिटी द्वारा कटोराताल का पुनर्निर्माण कराया गया है। इसमें ताल के अंदर टाइल्स, पानी को फिल्टर करने के लिए प्लांट लगाया गया है। साथ ही झूले व कुर्सियां आदि भी लगाई गई हैं। कटोराताल का आकर्षण बढ़ाने के लिए इसमें दो करोड़ 91 लाख रुपये की लागत से म्यूजिकल फाउंटेन भी लगवाया है। ठेकेदार के साथ संचालन को लेकर तमाम विवादों के बीच इसका ट्रायल भी हो चुका है। इसके बावजूद जनता दूर से इसे देख रही है। शनिवार की शाम को जब फव्वारे का संचालन हो रहा था तो जनता ने ठेकेदार के लोगों से कटोराताल का गेट खुलवा लिया। उल्लेखनीय है कि इस फव्वारे का शाम 7 बजे से 7.30 बजे तक शास्त्रीय संगीत की धुनों पर और 10 मिनट के बे्रक के बाद 7.40 बजे से रात 8.20 बजे तक अंग्रेजी संगीत की धुनों पर फव्वारे को चलाया जाना है। स्मार्ट सिटी सीईओ का कहना है कि ताल के पानी के क्लोरीनेशन के लिए दिल्ली से क्लोरिन का ट्रक आ रहा है। इसके बाद कटोराताल के मुख्य गेट को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। साथ ही वह अपनी टीम और ठेकेदार से भी बात करेंगी।
30 रुपये के टिकट पर मिलेगा प्रति व्यक्ति प्रवेश
म्यूजिकल फाउंटेन को देखने के लिए 30 रुपये का टिकट निर्धारित किया गया है। टिकट की व्यवस्था माननीयों द्वारा लोकार्पण के बाद की जाएगी। अभी कटोराताल के मुख्यगेट पर ताला लगा है। इस कारण जनता म्यूजिकल फाउंटेन को देख नहीं पा रही है। अगर ट्रायल के दौरान जनता इस सौगात को देखेगी तो इसका प्रचार-प्रसार होगा। इसके बाद वह टिकट लेने के लिए आसानी से राजी भी हो सकती है।
लोकार्पण से पहले ही टूटने लगी कुर्सी व झूले
ऩाकटोराताल के अंदर लगाए गए झूले और कुर्सियां लोकार्पण से पहले ही टूटने लगी हैं। कटोराताल के अंदर शनिवार को एक कुर्सी और झूला टूटा मिला। यह स्थिति तब है जब अभी कटोराताल के अंदर जनता का प्रवेश भी ठीक से नहीं हो पा रहा है।
काम पूरा होने के बाद म्यूजिकल फाउंटेन को चलाते समय ही गेट लगा देना यह ठीक नहीं है। इस विषय पर मैं स्वयं अधिकारियों से बात करूंगा कि आखिरकार वह जनता के लिए इसे क्यों नहीं खोल रहे हैं।
भारत सिंह कुशवाह, खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्यानिकी राज्य मंत्री
किटोराताल जैसी सौगात के तैयार होने के बाद भी इसे नहीं खोला जा रहा है, इसको लेकर मैं कलेक्टर और स्मार्ट सिटी सीईओ से खुद कारण जानूंगा। इसे खोलने में अब क्या दिक्कत आ रही है,चर्चा की जाएगी।
आशीष सक्सेना, आयुक्त ग्वालियर संभाग
कटोराताल का गेट क्यों बंद है, इसे जनता के लिए खोलना चाहिए। मैं इस विषय पर स्मार्ट सिटी सीईओ से चर्चा करूंगा।़प्रिद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री, मप्र शासऩजिनता के लिए ही यह सारी चीजें बनाई गई हैं और इस पर ताला लगाकर रखना ठीक नहीं है। 23 फरवरी को केंद्रीय मंत्री सिंधिया आ रहे हैं। मैं सारा मामला ठीक करवा दूंगा। ़
तुलसीराम सिलावट, प्रभारी मंत्री
कटोराताल को जनता के लिए खुलवाया जाएगा। स्मार्ट सिटी सीईओ से मैं बात करूंगा और कोई बड़ा तकनीकी कारण नहीं रह गया है तो इसे खोला जाना चाहिए। देरी को लेकर भी बात करेंगे।़किौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टऱकिटोराताल खोलने के विषय पर मैं सीईओ स्मार्ट सिटी से बात करता हूं। कटोराताल जब बनकर तैयार हो गया है तो इसे जनता के लिए क्यों नहीं खोला जा रहा है।
किशोर कान्याल नगर निगम आयुक्त