नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: द इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आफ इंडिया (ICAI) की ओर से सीए फाइनल, सीए इंटरमीडिएट और सीए फाउंडेशन मई 2025 का परीक्षा परिणाम जारी किया। इस बार शहर को 20 सीए मिले। वहीं, हार्दिक ने देशभर में 38वीं रैंक हासिल कर ग्वालियर को गौरवान्वित किया।
बता दें कि सीए फाइनल में कुल 189 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 56 ने सफलता प्राप्त की। सीए फाइनल में 73 ने दोनों ग्रुप की परीक्षा दी थी, जिसमें से 13 ने दोनों ग्रुप एक साथ पास किए। वहीं, नौ का पहला ग्रुप और पांच का दूसरा ग्रुप निकला। फाइनल में 75 स्टूडेंट्स ने केवल पहला ग्रुप दिया, जिसमें से 18 पास हुए और 41 ने केवल दूसरा ग्रुप दिया, जिसमें से 11 पास हो सके। देखा जाए तो सीए फाइनल का रिजल्ट 30 प्रतिशत रहा।
सीए इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 300 स्टूडेंट्स ने भाग लिया, जिसमें से 69 ने सफलता प्राप्त की। इसमें 61 स्टूडेंट्स ने दोनों ग्रुप एक साथ दिए, जिसमें से पांच ने दोनों ग्रुप पास किए, वहीं छह स्टूडेंट्स ने केवल पहला ग्रुप पास किया। इसी प्रकार केवल पहला ग्रुप देने वाले स्टूडेंट्स 150 रहे, जिसमें से 26 पास हुए और केवल दूसरा ग्रुप देने वाले 89 स्टूडेंट्स रहे, जिसमें से 32 ने सफलता प्राप्त की। कुल रिजल्ट लगभग 23 प्रतिशत रहा। वहीं सीए फाउंडेशन में कुल 251 स्टूडेंट्स बैठे, जिसमें से 38 ने सफलता प्राप्त की। फाउंडेशन का रिजल्ट लगभग 15 प्रतिशत रहा।
हार्दिक ने इस सफलता पर कहा कि मैंने पहली बार में दोनों ग्रुप क्लियर किए। 2022 में मैंने आर्टिकलशिप शुरू की थी और उसी समय से पढ़ाई भी। आठ घंटे क्लास के बाद मैं चार घंटे लेक्चर देखता था। आर्टिकलशिप के दौरान मुझे बाहर आडिट के लिए भी जाना पड़ा। मैं तीन साल में से डेढ़ साल बाहर रहा। उस दौरान पढ़ाई मैनेज करना मुश्किल था, लेकिन मैंने किया। आखिरी के छह माह मैंने छुट्टी ली और पढ़ाई पर फोकस किया।
दीपक जैन ने कहा कि मैंने एक साथ दोनों अटेम्प्ट दिए। शुरुआत से ही पढ़ाई जारी रखी। दोनों ग्रुप पर बराबर फोकस किया। हमेशा जो भी पढ़ा, उसका अगले दिन रिवीजन किया। इंटरर्नशिप के दौरान भी मैं रात में पढ़ाई किया करता था। प्रीवियस ईयर के खूब पेपर साल्व किए। जहां कहीं भी डाउट हुआ, उसे दूर किया। इस दौरान मैंने शार्ट नोट्स भी तैयार किए थे, जो एग्जाम टाइम में बहुत काम आए।
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निकिता शर्मा ने कहा कि यह मेरा पांचवां अटेम्ट था, जिसे मैं क्लियर कर फाइनली सीए बन गई। इस सफलता के लिए मैं रोज 12 घंटे पढ़ाई करती थी। अपने सबसे फेवरेट सोशल मीडिया से मैंने दूरी बना ली थी। फ्रेंड्स से बात करना बिल्कुल बंद कर दी थी। हमेशा डिसिप्लिन में रही। जो टाइम टेबल डिसाइड किया, उसे फालो किया। मेरे साथ की एक फ्रेंड सीए बन गई थी, उससे मोटिवेट होकर पढ़ाई करती रही।
शिवांग मोदी: मार्क्स- 354/600
निश्चय खंडेलवाल: मार्क्स- 350/600
आस्था अग्रवाल: मार्क्स- 342/600
सिकासा चेयरमैन ने कहा कि पंकज शर्मा ने कहा कि जो छात्र सफल नहीं हो सके, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। उनकी काउंसलिंग के लिए प्रोग्राम करेंगे, ताकि उन्हें सही दिशा एवं मार्गदर्शन मिल सके। ग्वालियर ब्रांच स्टूडेंट्स की एग्जाम की बेहतर तैयारी के लिए मॉक टेस्ट भी करवाएगी, ताकि छात्र अपनी कमियों को जान पाएं।