बार-बार बुखार आए तो कराएं जांच, मलेरिया और डेंगू की अनदेखी न करें
गमला, कूलर, टायर ये ऐसी वस्तुएं हैं, जहां पानी जमा हो जाता है और हम ध्यान ही नहीं देते। नतीजा यह होता है कि डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ने लगता है।मलेरिया और डेंगू को लेकर लोग लापरवाही बरतते हैं। यह अनदेखी कई बार महंगी पड़ती है। डेंगू, मलेरिया के लक्षण व बचाव के साथ ही सामान्य बीमारियों से सावधानी बरतने की सलाह दी।
Publish Date: Fri, 26 Jul 2024 11:55:34 AM (IST)
Updated Date: Fri, 26 Jul 2024 11:55:34 AM (IST)
HighLights
- वर्षा का मौसम मच्छरों के लिए अनुकूल माना जाता है
- मलेरिया-डेंगू की बीमारी इस मौसम में तेजी से फैलती है
- डेंगू और मलेरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं होता है
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। वर्षा का मौसम मच्छरों के लिए अनुकूल माना जाता है। मलेरिया-डेंगू की बीमारी इस मौसम में तेजी से फैलती है। इन बीमारियों से बचने का सबसे आसान तरीका है कि अपने आसपास मच्छरों को पनपने न नहीं दिया जाए। घरों में पानी जमा न होने दें।
गमला, कूलर, टायर ये ऐसी वस्तुएं हैं, जहां पानी जमा हो जाता है और हम ध्यान ही नहीं देते। नतीजा यह होता है कि डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ने लगता है। यह बात जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनोद कुमार दोनेरिया ने कही। वे 'नईदुनिया' के कार्यक्रम हेलो डाक्टर में गुरुवार को पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे।
डा. दोनेरिया ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि मलेरिया और डेंगू को लेकर लोग लापरवाही बरतते हैं। यह अनदेखी कई बार महंगी पड़ती है। सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में इन बीमारियों की जांच निश्शुल्क होती है। बस जरूरत है कि हमें खुद अपने आपको जागरूक और सजग बनाए रखने की।
डा. दोनेरिया ने डेंगू, मलेरिया के लक्षण व बचाव के साथ ही सामान्य बीमारियों से सावधानी बरतने की सलाह दी। कहा कि डेंगू में प्लेटलेट्स गिरते ही मरीज व उसका परिवार काफी डर जाता है, जो ठीक नहीं। डेंगू और मलेरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं होता है।
डा. दोनेरिया ने दिए पाठकों के सवालों के जवाब
- सवाल- मलेरिया और डेंगू से बचने के लिए क्या करें? -शैलेंद्र, नदी पार टाल, मुरार
- जवाब- डेंगू और मलेरिया दोनों बीमारी मच्छरों के काटने से होती हैं। हमें घर के आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। घर के गमले, कूलर, टायर आदि पर नजर रखें। इनमें पानी जमा होने की आशंका रहती है। इन्हें साफ करते रहें। सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- सवाल- हमारी कालोनी में नियमित फागिंग नहीं होती है। -रवि धनेलिया, मुरार
- जवाब - इस तरह की किसी भी समस्या के लिए आप मलेरिया विभाग से संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीमें नियमित सर्वे के लिए जाती हैं। लार्वा मिलने पर उसे नष्ट कराया जाता है। साथ ही दवा का छिड़काव किया जाता है।
- सवाल- डेंगू और मलेरिया को कैसे पहचानेंगे। -शिवकुमार मुरैना
- जवाब- मलेरिया में ठंड लगकर तेज बुखार आता है, जबकि डेंगू में बुखार की तीव्रता कम होती है। इसके अलावा भी कई लक्षण हैं, जिन्हें देखकर पहचाना जा सकता है कि कहीं मरीज मलेरिया या डेंगू से पीड़ित तो नहीं।
- सवाल: सिर में भारीपन, मांसपेशियों व हड्डी में दर्द व थकान महसूस हो रहा है। क्या करें? -नंदकिशोर, बेहट
- जवाब: यह डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट), प्लेटलेट्स व डेंगू की जांच कराएं। रिपोर्ट नजदीकी चिकित्सक को दिखाकर उपचार कराएं। घबराएं बिल्कुल नहीं।
- सवाल: बुखार हुआ था, प्लेटलेट्स 50 हजार है और कम होती जा रहा है। क्या करें? -काशीराम, बेरजा
- जवाब- आप घबराएं बिल्कुल नहीं। शरीर को हाइड्रेड रखें। ओआरएस या इलेक्ट्राल मिलाकर पानी खूब पीते रहें। नारियल पानी पीएं, प्लेटलेट्स एक बार बढ़ेगा तो फिर दिक्कत नहीं आएगी।
- सवाल- खांसी, जुकाम, बुखार, सिर व बदन दर्द की शिकायत है। उपचार बताएं। -सत्येंद्र सिंह मोहना
- जवाब: डेंगू का सीजन है। सामान्य वायरल समझकर खुद से इलाज न करें। दर्द निवारक दवा तो बिल्कुल न खाएं। इससे प्लेटलेट्स लास होगा और उनकी सक्रियता भी कम होगी। चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार शुरू करें।
- सवाल- तीन-चार दिन से बुखार व बदन में दर्द की समस्या है? - राममोहन शर्मा, शिवपुरी
- जवाब- आप सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इसकी जांच करा सकते हैं। आपकी वहां पर मुफ्त में जांच के साथ दवाएं भी मिल जाएंगी। वैसे सामान्य बुखार में पैरासिटामोल ले सकते हैं।
- सवाल- पेट साफ नहीं रहता। क्या करूं? रामविलास राठौर, हजीरा, ग्वालियर
- जवाब- वर्षा के मौसम में पानी की वजह से ऐसा हो सकता है। आप पानी उबाल कर पीएं। खाली पेट खीरा जरुर खाएं। अगर आप कोई दवा बिना डाक्टर की सलाह से ले रहे हैं, तो उसे बंद कर दें। बिना परामर्श लंबे समय तक दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।