नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के परिसर में स्टंट वीडियो और रील बनाने वालों पर प्रबंधन अब लगाम कसेगा। इसके लिए प्रबंधन ने एक दल भी बनाया है जो कि हर घंटे गश्त कर असामाजिक तत्वों को बाहर करेगा। इसके लिए पुलिस कार्रवाई के लिए प्रबंधन ने आवेदन भी दिया है। गौरतलब है कि शहर के शरारती तत्व विश्वविद्यालय परिसर में जाकर न सिर्फ जोखिम भरे स्टंट करते हैं बल्कि उनकी वीडियो भी रिकार्ड कर लेते हैं।
इंटरनेट मीडिया पर लोकप्रिय होने व रसूखदार छवि बनाने की लालसा और विश्वविद्यालय प्रबंधन की लाचारी का मिला जुला संयोग जेयू में आए दिन देखने मिलता है। इससे आए दिन परिसर में विवाद की स्थिति तो बनती ही है साथ ही कभी कोई छात्र तो कभी प्राध्यापक इन तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आ जाता है। इन स्टंट और वीडियोग्राफी को रोकने का प्रयास न तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी करते हैं और न ही प्रबंधन के अधिकारी किसी को रोकते टोकते हैं। तमाम बार शिकायत होने के बाद भी किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
बीते एक माह में जेयू के भीतर कई रील वीडियो शूट हुई हैं, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी और कुछ छात्र नेता भी शामिल हैं, ऐसी ही कुछ वीडियो के अंश इस खबर में साझा किए गए हैं। जेयू की प्राध्यापक ही सपोर्ट में: जेयू ने बीते दिनों नईदुनिया की खबर का संज्ञान लेकर परिसर में बैरीकेड्स लगवा दिए थे, वहीं जेयू की एक महिला प्राध्यापक को इन बैरीकेड्स के लगे होने से बड़ी समस्या होने लगी। उन्होंने इस बैरीकेड्स को खिसकाकर अलग से रास्ता बना लिया है।
जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव अरुण चौहान ने इस मामले में थाना विश्वविद्यालय को एक पत्र लिखकर परिसर में बीते दिनों अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर रील बनाने वालों की जांच करने और उन पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं विश्वविद्यालय के सुरक्षा प्रभारी को इस चूक के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
एक दल बनाया है जो हर घंटे परिसर में गश्त कर असामाजिक तत्वों को बाहर करेगा। परिसर की सुरक्षा में गार्ड बढ़ा रहे हैं साथ ही पुलिस से भी परिसर में सुरक्षा दुरुस्त करने सहायता मांगी है।
-अरुण चौहान, कुलसचिव जेयू