ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ओमिक्राेन वैरिएंट को लेकर देश-दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन शहर में सैंपलिंग को लेकर लापरवाही बंद नहीं हो रही है। प्रशासन के निर्देश पर ट्रेनों से आ रहे यात्रियों की सैंपलिंग की जा रही है, लेकिन यहां पर ट्रेन के आते ही यात्रियों की लंबी लाइन लग जाती है और एक कर्मचारी उनके नाम रजिस्टर में नोट करता है, जबकि उनके नेजल से सैंपल न लेते हुए ओरल लेकर कागजी आंकड़े पूरे किए जा रहे हैं। यात्री का सैंपल जिस वीटीएम (वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया) वायल में रखा जाता है उस पर भी नाम नहीं लिखा जाता। यदि यही हालात रहे तो आगे मुसीबत खड़ी हो सकती है। ओमिक्राेन का वायरस लापरवाही के चलते शहर में प्रवेश कर सकता है। जिसे इस तरह की जा रही सैंपलिंग से पकड़ा नहीं जाता है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग की गुणवत्ता को लेकर ध्यान नहीं दे रहा है। मंगलवार को 2905 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जबकि 2926 लोगों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। जिसमें कोई भी संक्रमित नहीं निकला है।
हर दिन एक सैकड़ा से अधिक ट्रेनों का आवागमन: रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे में एक सैकड़ा से अधिक ट्रेनों का आवागमन होता है। स्टेशन पर प्रतिदिन 20 हजार से अधिक यात्रियों का परिवहन होता है, पर सैंपल चंद लोगों के ही होते हैं। बाकी के यात्री बिना सैंपल कराए ही शहर में प्रवेश कर रहे हैं। सैंपलिंग का काम सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच ही होता है। इस बीच जितनी ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकती हैं, उसमें से उतरने वाले महज हजार यात्रियों के ही सैंपल बमुश्किल खानापूर्ति के लिए किए जा रहे हैं। बाकी के समय आने वाली ट्रेनों से उतरने वाले यात्री बिना सैंपल दिए ही निकल जाते हैं।
आयुक्त भी सैंपलिंग की गुणवत्ता पर कर चुके हैं आपत्तिः पूर्व में स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी भी शहर में होने वाली सैंपलिंग को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। उनका कहना भी था कि सैंपल प्रोपर लेना जरूरी है। आरटीपीसीआर के लिए नेजल व ओरल सैंपल लेना आवश्यक होता है, पर रेलवे स्टेशन पर केवल ओरल सैंपल के नाम पर जीभ से स्टिक टच कर सैंपल की खानापूर्ति की जा रही है। इस प्रक्रिया को सही नहीं बताया गया था। इसमें आज तक कोई सुधार नहीं किया गया।
मंगलवार को ये टीम थी तैनातः मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपलिंग का काम कर रही थी, जिसमें डा. रिषभ लेखी, डा. हिना शर्मा, चंचल राणा, गुंजन वाधवानी, डा.नीलेश माहेश्वरी, श्वेता खरे, अमित तनेजा, डा.ज्योति सिंह, संदीप मोहिते, कपिशा गोयल शामिल थे।
वर्जन-
रेलवे स्टेशन पर सुबह से लेकर शाम तक सैंपलिंग कराई जा रही है। 24 घंटे सैंपलिंग के लिए जल्द ही टीम तैनात की जाएगी। गुणवत्ता पूर्ण सैंपलिंग हो, इसके लिए निर्देश पहले भी जारी किए गए, अब मैं दिखवा लेता हूं।
डा. मनीष शर्मा, सीएमएचओ