ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का ग्वालियर से गहरा नाता रहा है। मधुलिका रावत साल 1976 से 1982 तक सिंधिया कन्या विद्यालय की छात्रा रही हैं। पासआउट होने के बाद वे साल 2018 में अपने पति सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ स्कूल आई थीं। तब सीडीएस जनरल बिपिन रावत सेना अध्यक्ष बने थे। उन्होंने स्कूल की छात्राओं से संवाद कर उन्हें मोटिवेट किया था। सिंधिया कन्या विद्यालय की प्राचार्य निशि मिश्रा ने बताया कि मुलाकात के दौरान यह कतई महसूस नहीं हुआ कि छात्राओं से सेना अध्यक्ष चर्चा कर रहे हैं।
मुश्किलों में न घबराने की दी थी सीख : स्कूल प्राचार्य निशि मिश्रा ने बताया कि छात्राओं से मुलाकात के दौरान सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने मुश्किलों से न घबराने की सीख दी थी। उन्होंने कहा था कि असफलता एक चुनौती है। इसे स्वीकारना सीखो, लेकिन असफल होने के बिंदुओं पर भी विचार करते रहो। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के स्वागत में छात्राओं ने राग मियां मल्हार में प्रस्तुती दी। उन्होंने स्कूल द्वारा संचालित संकल्प प्रोजेक्ट को भी जाना था।
किचन स्टाफ को दिया था धन्यवाद
स्कूल प्राचार्य निशि मिश्रा ने बताया कि जब वे ग्वालियर आए थे तब सेना अध्यक्षबने थे। मुलाकात के दौरान उनका व्यवहार सामान्य व्यक्तियों जैसा ही था। ऐसा महसूस ही नहीं हो रहा था कि वह सेना के सर्वोच्च पद पर होते हुए इतने सरल स्वभाव के हैं। उन्हें जब चाय सर्व की गई तो उन्होंने अपनी कुर्सी से उठकर हाथों में कप ले लिया। इतना ही नहीं चाय पीने के बाद वे स्कूल स्टाफ के साथ सीधे किचन में पहुंचे। यहां उन्होंने अच्छी चाय बनाने पर स्टाफ को धन्यवाद दिया था।